मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू (Mohammed Muizzu) रविवार को भारत पहुंचे, और उनका विमान दिल्ली हवाई अड्डे पर उतरा। उनके साथ उनकी पत्नी, प्रथम महिला साजिदा मोहम्मद भी इस यात्रा में शामिल हैं। दिल्ली पहुंचने के बाद, राष्ट्रपति मुइज्जू ने विदेश मंत्री एस जयशंकर से सबसे पहले मुलाकात की।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इस मुलाकात को लेकर एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि राष्ट्रपति मुइज्जू (Mohammed Muizzu) से मिलकर खुशी हुई और उन्होंने भारत-मालदीव संबंधों को मजबूत करने के प्रति उनकी प्रतिबद्धता की सराहना की। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि कल पीएम नरेंद्र मोदी के साथ उनकी बातचीत इन मैत्रीपूर्ण संबंधों को नई गति देगी।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने भी एक्स पर एक पोस्ट में बताया कि राष्ट्रपति मुइज्जू का भारत की राजकीय यात्रा पर नई दिल्ली पहुंचने पर गर्मजोशी से स्वागत किया गया। हवाई अड्डे पर राज्य मंत्री केवी सिंह ने उनका स्वागत किया। यह यात्रा भारत-मालदीव व्यापक द्विपक्षीय साझेदारी को बढ़ावा देने में सहायक होगी।
राष्ट्रपति मुइज्जू (Mohammed Muizzu)10 अक्टूबर तक भारत की आधिकारिक यात्रा पर रहेंगे। इस दौरान वह राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। यह उनकी पहली द्विपक्षीय यात्रा होगी, जबकि उन्होंने जून 2024 में मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लिया था। मुइज्जू बंगलूरु और मुंबई भी जाएंगे, जहां उनके व्यापारिक कार्यक्रम होंगे।
पहली भारत यात्रा का महत्व
पीएम मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में भारत के पड़ोसी और हिंद महासागर क्षेत्र के देशों के कई प्रमुख शामिल हुए थे। उस समय मुइज्जू ने कहा था कि उन्हें प्रधानमंत्री मोदी का निमंत्रण पाकर और शपथ ग्रहण में शामिल होकर बहुत खुशी हुई। अपनी पहली भारत यात्रा के बाद, उन्होंने इसे मालदीव के लिए एक सफलता बताया, यह कहते हुए कि दोनों देशों के बीच मजबूत संबंधों से मालदीव के लोगों के लिए समृद्धि बढ़ेगी।