प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर के उद्घाटन की चल रही तैयारियों के बीच मंगलवार को आंध्र प्रदेश में कहा कि पूरा देश इन दिनों राममय है। महात्मा गांधी भी रामराज्य की बात करते थे। पीएम मोदी ने कहा, ”रामलला के अभिषेक से पहले मैं 11 दिन का उपवास कर रहा हूं। आजकल पूरा देश राममय है। भगवान राम के जीवन का दायरा, उनकी प्रेरणा और आस्था का दायरा भक्ति के दायरे से भी आगे है। भगवान राम ऐसे प्रतीक हैं सामाजिक जीवन में सुशासन का वह आपके संगठन के लिए भी एक बड़ी प्रेरणा बन सकता है।
नेशनल एकेडमी ऑफ कस्टम्स, इनडायरेक्ट टैक्सेज एंड नारकोटिक्स (NACIN) का उद्घाटन करने के बाद उन्होंने कहा, ”भगवान राम भरत से कहते हैं कि मुझे विश्वास है कि आप बिना समय बर्बाद किए काम पूरा करते हैं और लागत भी कम आती है। पिछले कई वर्षों में, हमारे सरकार ने लागत पर ध्यान दिया है।
रामराज्य के बारे में क्या कहा?
पीएम मोदी ने कहा कि रामराज्य सुशासन 4 स्तंभों पर खड़ा था। ये चार स्तंभ – जहां हर कोई सिर ऊंचा करके, सम्मान के साथ और बिना किसी डर के चल सके, जहां हर नागरिक के साथ समान व्यवहार किया जाता है, जहां कमजोरों की रक्षा की जाती है और जहां धर्म यानी कर्तव्य सर्वोपरि है। जनता ही राजा है। सरकार जनता की सेवा करती है।
पीएम मोदी ने क्या कहा?
पीएम मोदी ने कहा, ”हमने जीएसटी के रूप में देश को एक नई आधुनिकता दी। हमने 7 लाख रुपये तक की टैक्स छूट दी। इससे करीब-करीब 2।5 लाख करोड़ रुपये का टैक्स बचा है। आज जब करदाता देश देख रहा है कि उसके टैक्स का सही उपयोग हो रहा है, तो वह आगे आकर टैक्स भी देता है। हमने जनता से जो लिया, उसे जनता को समर्पित किया। यही सुशासन है।