राजस्थान विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने युवा और नए चेहरों पर दांव लगाया है,पार्टी ने 31 फीसदी टिकट ओबीसी को दिए हैं तो वहीं भाजपा ने चुनाव में ओबीसी और सामान्य वर्ग के उम्मीदवारों पर अपना भरोसा जताया है।
कांग्रेस ने राजस्थान चुनाव में 28 महिलाओं उम्मीदवारों को चुनावी मैदान में उतारा है जबकि भाजपा की तरफ से 20 महिलाओं को टिकट दिया गया है। इन चुनाव में कांग्रेस ने 44 नए उम्मीदवारों को पहली बार टिकट दिया है। बीजेपी की तरफ से 37 नए उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतारे गए हैं। कांग्रेस ने 90 मौजूदा विधायकों को टिकट दिया है वहीं भाजपा ने 71 में से 57 विधायकों को फिर से उम्मीदवार बनाया है,इस तरह कांग्रेस ने 23 और बीजेपी ने 14 विधायकों के टिकट काटे हैं।
कांग्रेस पार्टी ने 30 साल से कम उम्र के तीन उम्मीदवारों को टिकट दिया है,30 से 40 के बीच 31 और 50 साल से कम उम्र के 45 उम्मीदवारों को चुनावी मैदान में उतारा गया है तो वहीं भाजपा की बात की जाए तो बीजेपी ने 40 साल से कम उम्र के 18 प्रत्याशी घोषित किए हैं,60 साल से ज्यादा उम्र के कांग्रेस ने 71 जबकि भाजपा ने 68 उम्मीदवार उतारे हैं कांग्रेस विधानसभा चुनाव में जाति जनगणना को बड़ा मुद्दा बना रही है।
तो वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे ने बेरोजगारी और महंगाई के मुद्दों को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट किया और आरोप लगाया कि केंद्र सरकार देश के युवाओं के सपनों को कुचल रही है खडगे ने दावा किया कि युवा बेरोजगारी से तंग आ चुका है वह आर्थिक सशक्तिकरण चाहते थे लेकिन बदले में बीजेपी ने कमर तोड़ महंगाई दे दी।