सीडब्ल्यूसी की बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे,पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत,छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल,कर्नाटक के सीएम सिद्धा रमैया और हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्कू समेत पार्टी के कई वरिष्ठ नेता शामिल हुए।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बैठक खत्म होने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि हमने सर्वसम्मति से सीडब्ल्यूसी की मीटिंग में जातीय गणना पर सहमति जताई है,इसके साथ ही राहुल गांधी ने कहा कि हम कांग्रेस शासित प्रदेशों में जातीय गणना को लेकर आगे बढ़ेंगे और बीजेपी पर भी दबाव बनाएंगे तो राहुल गांधी ने विपक्षी गठबंधन इंडिया में शामिल ज्यादातर पार्टियों को जातिगत गणना के साथ है ऐसा भी बताया।
दरअसल बिहार में जातिगत सर्वे के बाद से कांग्रेस और राहुल गांधी यही कह रहे हैं कि जिसके जितनी हिस्सेदारी उसका उतना हक।
तो वहीं कांग्रेस युवराज राहुल गांधी ने कहा है कि हमारे चार में से तीन सीएम अन्य पिछड़ा वर्ग ओबीसी से आते हैं। बीजेपी का दस में से सिर्फ एक ही सीएम ओबीसी समाज से है,उन्होंने दावा किया के प्रधानमंत्री मोदी ओबीसी के लिए काम नहीं करते बल्कि ध्यान भटकाने की कोशिश करते हैं।
राहुल गांधी ने जातिगत गणना के लिए कहां है कि ये पता चल जाएगा कि हिंदुस्तान में कितने और कौन लोग हैं। हमें यह मालूम हो जाएगा कि कितने लोग हैं और धन किसके हाथ में है तो वहीं उन्होंने यह भी कहा कि इसमें हमारी भी गलती है,उन्होंने दावा किया कि जातिगत जनगणना होगी।
उन्होंने कहा कि राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार फिर से आएगी,मध्य प्रदेश में बीजेपी की सरकार जा रही है। तेलंगाना में भी सरकार जाएगी
जातिगत जनगणना की मांग को दोहरा सकती है
आपको बता दे कार्य समिति कांग्रेस की सबसे बड़ी नीति निर्धारक इकाई है कांग्रेस कार्य समिति की पिछली बैठक 16 और 17 सितंबर को हैदराबाद में हुई थी इसके पुनर्गठन के बाद यह पहली बैठक थी उस बैठक में कांग्रेस ने विपक्षी गठबंधन इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव एलायंस की पहल को वैचारिक और चुनावी सफलता दिलाने का संकल्प लिया था।