देश रोज़ाना: जब भी एशिया कप शुरू होता है तो बच्चे- बच्चे की जुबान पर भारत-पाक राइवलरी आता है। बता दें अबकी बार 30 अगस्त से एशिया कप शुरू हो रहा है। एशिया कप का नाम आते ही लोगों मे इसकी जोरदार चर्चाएं होने लग जाती हैं। इस राइवलरी ने क्रिकेट की दुनिया को कई यादगार लम्हें दिए हैं। इस बार भी दोनों टीमें 2 सितंबर को कैंडी के मैदान पर भिड़ेंगी।
इस बार दोनों टीमें ग्रुप-ए का हिस्सा हैं, इस ग्रुप में नेपाल भी शामिल है। अगर दोनों टीमें नेपाल को हराने में कामयाब रहीं, तो 10 सितंबर को दर्शकों के सामने एक-बार फिर भारत-पाकिस्तान का रोमांचक हाई वोल्टेज मुकाबला देखने को मिल सकता है। इसके बाद फाइनल में भी भारत-पाक भिड़ंत हो सकती है।
एशिया कप की शुरुआत 1984 में हुई, पहला टूर्नामेंट UAE में खेला गया। इसमें भारत, पाकिस्तान के अलावा श्रीलंका ने ही हिस्सा लिया। टूर्नामेंट ट्राई सीरीज की तरह था, लेकिन यह मैच राउंड-रॉबिन फॉर्मेट में खेला गया और सबसे ज्यादा मैच जीतने वाली टीम को विजेता घोषित कर दिया गया। पहले मुकाबले में पाकिस्तान को श्रीलंका ने 5 विकेट से हराया। दूसरे मुकाबले में भारत ने श्रीलंका को 10 विकेट से हरा दिया।
तीसरा और आखिरी मैच भारत-पाकिस्तान के बीच खेला गया। टीम इंडिया ने पहले बैटिंग करते हुए 188 रन बनाए। पाकिस्तान अगर 10 विकेट से मुकाबला जीतती, तो टीम चैंपियन बन सकती थी, लेकिन टीम इंडिया से रोजर बिन्नी और रवि शास्त्री ने 3-3 विकेट लिए और पाकिस्तान को 134 रन पर ही समेट दिया। भारत ने पहले एशिया कप में पाकिस्तान को 54 रन से हराया और ट्रॉफी पर कब्जा भी किया।
दुनियाभर में जितने क्रिकेट फैन हैं उनमें से 85% हमारे एशिया में ही रहते हैं। इस लिहाज से जिस टीम की धाक एशिया में होती है उसका रुतबा वर्ल्ड क्रिकेट में भी काफी ज्यादा होता है। इस स्टोरी में हम यह जानने की कोशिश कर रहे हैं इस महाद्वीप में जितनी भी टीमें खेल रही हैं उन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट में कदम रखने से लेकर अब तक कैसा प्रदर्शन किया है।