हरियाणा (Haryana Crime: )के गुरुग्राम के सोहना रोड स्थित फ्लोरा एवेन्यू 33 सोसायटी के तीन फ्लैट्स में चल रहे एक फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ कर पुलिस ने 20 लोगों को गिरफ्तार किया, जिनमें चार महिलाएं भी शामिल हैं। पुलिस ने शनिवार को इस मामले की जानकारी दी। आरोपियों पर आरोप है कि वे विदेशी नागरिकों को ऑनलाइन तकनीकी सहायता का झांसा देकर उनसे ठगी कर रहे थे।
Haryana Crime:विदेशी नागरिकों से की जा रही थी ठगी
गुरुग्राम पुलिस को सूचना मिली थी कि फ्लोरा एवेन्यू 33 सोसायटी के फ्लैट नंबर ए-20, 21 और 22 में एक फर्जी कॉल सेंटर चलाया जा रहा है, जिसमें विदेशी नागरिकों को ऑनलाइन तकनीकी सहायता देने का दावा करके उनसे ठगी की जा रही है। इस सूचना के आधार पर शुक्रवार रात को साइबर अपराध थाना की एक टीम ने इन फ्लैट्स पर छापा मारा। छापेमारी के दौरान, पुलिस ने पाया कि वहां पर मौजूद पुरुष और महिलाएं लैपटॉप और मोबाइल फोन का इस्तेमाल कर रहे थे, और ज्यादातर आरोपी अंग्रेजी में कॉल करने में व्यस्त थे। वे हेडफोन का इस्तेमाल कर विदेशी नागरिकों से बातचीत कर रहे थे।
पचास हजार नकद बरामद
पुलिस की पूछताछ में, आरोपी वैध लाइसेंस या किसी भी प्रकार के कानूनी दस्तावेज़ प्रस्तुत नहीं कर सके, जिससे उनके काम की वैधता साबित हो सके। जांच के दौरान यह भी पता चला कि इस फर्जी कॉल सेंटर का प्रबंधक महेंद्र बजरंग सिंह है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 25 मोबाइल फोन, 16 लैपटॉप और 50,000 रुपये नकद भी बरामद किए।
ज्यादातर आरोपी मणिपुर, नगालैंड और नेपाल के
जांच के अनुसार, आरोपी विदेशी नागरिकों को तकनीकी सहायता देने के नाम पर उन्हें वॉयस मेल और संदेश भेजते थे, और उनसे ठगी करते थे। इस मामले में पुलिस ने दक्षिण साइबर अपराध थाने में भारतीय दंड संहिता (बीएनएस) और सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की है। गिरफ्तार किए गए ज्यादातर आरोपी मणिपुर, नगालैंड और नेपाल के निवासी हैं। पुलिस अब मामले की गहराई से जांच कर रही है, ताकि इस गिरोह के अन्य सदस्यों का भी पता लगाया जा सके।