चंडीगढ़। लंबे समय तक भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता समेत कई अहम जिम्मेदारियों का निर्वहन कर चुके प्रवीण अत्रेय की काबलियत को समझते हुए उन्हें मुख्यमंत्री की टीम में एक अहम जिम्मेदारी सौंपी गई है। वह आज सूचना, लोक संपर्क, भाषा एवं संस्कृति विभाग में मीडिया सचिव है और हरियाणा समेत केंद्र की राजनीति को बेहद गंभीरता और गहराई से समझते हैं। उनसे भारी वर्षा के कारण हाल के हालातों समेत तमाम राजनीतिक दलों तथा भाजपा के मिशन 2024 को लेकर कई अहम मुद्दों पर काफी गहनता से विचार विमर्श हुआ। उन्होंने साफ तौर पर आगामी लोकसभा-विधानसभा चुनावों में भाजपा का मुकाबला कांग्रेस से बताते हुए भूपेंद्र सिंह हुड्डा की मौजूदा राजनीतिक टिप्पणी तथा आगामी समय में हुड्डा किस प्रकार से राजनीतिक फैसले ले सकते हैं, उस पर भी बातचीत हुई। उन्होंने आम आदमी पार्टी पर कई कटाक्ष करते हुए अरविंद केजरीवाल को सबसे झूठा व्यक्ति बताते हुए दावा किया कि उनका बिजली आंदोलन केवल हरियाणा के लोगों को बरगलाने की एक कोशिश है। लेकिन राजनीतिक रूप से परिपक्व हरियाणा की जनता इनके झूठ में पहले भी नहीं आई और आगे भी नहीं आएगी।
अत्रेय से हुई बातचीत के कुछ अंश आपके सामने प्रस्तुत है :-
प्रशन:- अरविंद केजरीवाल द्वारा बिजली आंदोलन खड़ा करके प्रदेश में अपनी राजनीतिक जमीन तलाशने की कोशिश को लेकर आपका क्या नजरिया है ?
उत्तर:- शायद पूरे देश की राजनीति में अरविंद केजरीवाल से झूठा आदमी ना कभी हुआ है ना ही कभी होगा। झूठ बोलकर जनता को बरगलाना उनकी आदत में शुमार है। लेकिन हरियाणा की जनता बेहद जागरूक है और ऐसे लोगों के झूठ को सौ कोस दूर से भी पहचानती है। इन्होंने हर राज्य में बिजली के माध्यम से लोगों को आकर्षित करने की भरपूर कोशिश की। गुजरात में सबसे महंगी बिजली बताकर फ्री बिजली देने की बड़ी-बड़ी बातें की। उत्तर प्रदेश- उत्तराखंड में भी महंगी बिजली बताकर फ्री बिजली देने के दावे किए। लेकिन जनता ने इन्हें दरकिनार किया। दिल्ली और पंजाब में इनका झूठ अवश्य चला और इनकी सरकार बनी। लेकिन जालंधर उपचुनाव के बाद इन्होंने वहां बिजली दर में प्रति यूनिट 80 पैसे की बढ़ोतरी की, जो कि यह पंजाब में सबसे महंगी बिजली बताते थे उसे और महंगी कर दिया। हरियाणा में भी आकर इन्होंने हर चुनाव में इस प्रकार के दावे किए। लेकिन इनके झूठ यहां नहीं चले और ना ही कभी चलेंगे।
प्रशन:- अदानी और अंबानी को खुश करना चाहती है बीजेपी, ऐसे आरोप केजरीवाल लगा रहे हैं ?
उत्तर:- अरविंद केजरीवाल को यह बात साफ करनी चाहिए कि दिल्ली के लोगों से 18 फ़ीसदी सरचार्ज लिया जा रहा है और सरकारी खातों में 12 फ़ीसदी जमा होता है, आखिर 6 फ़ीसदी की यह पेमेंट कहां जा रही है, लगभग 8000 करोड का यह घोटाला है। प्राइवेट कंपनियों के हाथों में बिजली व्यवस्था इन्होंने दे रखी है। इसलिए केजरीवाल को यह जानकारी जनता को देनी चाहिए।
प्रशन:- सरचार्ज का आरोप अरविंद केजरीवाल प्रदेश सरकार पर भी लगा रहे हैं ?
उत्तर:- 2014 में सरकार बनने पर जब मुख्यमंत्री के तौर पर मनोहर लाल जी ने सत्ता संभाली तो अनेकों ऐसे काम प्रदेश में बिजली व्यवस्था सुचारू करने के लिए किए गए जो आज जनता के लिए वरदान साबित हुए हैं। 1500 से अधिक नए ट्रांसफार्मर, 2000 किलोमीटर नई लाइनें, 60 नए सब स्टेशन बनाया जाना एक रिकॉर्ड है। आज हरियाणा के 6000 गांवों में 24 घंटे बिजली दी जा रही है। बारिश से जहां पड़ोसी राज्यों की बिजली व्यवस्था चरमराई हुई है, दिल्ली के हालात बदतर बने हुए हैं, लगातार झूठ परोसने वाले अरविंद केजरीवाल जीरो साबित हुए हैं। वही हरियाणा की बिजली व्यवस्था बिल्कुल यथास्थिति पहले की तरह चल रही है।
प्रशन:- आज हरियाणा के कई डिफाल्टर जिलों से भी 70-80 फ़ीसदी की रिकवरी एक रिकॉर्ड मानी जा सकती है ?
उत्तर:- आमतौर पर पहले प्रदेश के किसान डीजल फूँककर अपने खेतों में- अपनी फसलों को पानी देने को मजबूर थे। आज किसी खेत में भी आपको डीजल का इंजन नहीं दिखेगा। जबकि पड़ोसी राज्य अरविंद केजरीवाल से पहले जहां दिल्ली की इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन 7.30 फ़ीसदी थी, आज .7 पर पहुंच चुकी है, जिसका एकमात्र कारण बिजली ना मिलना है, उद्योग पलायन कर रहे हैं। वही पड़ोसी राज्य पंजाब में डेराबस्सी में 5000 रुपये प्रति वर्गगज की दर से इंडस्ट्रियल एरिया में प्लॉट मिल रहा है क्योंकि वहां से भी इंडस्ट्री पलायन कर रही है। मई माह में मुख्यमंत्री पंजाब भगवंत मान द्वारा सरकारी कार्यालयों का समय सुबह 7:30 से 2:00 तक का करना भी बिजली उपलब्ध ना करवा पाना एक मुख्य कारण था। क्योंकि पीक समय में बिजली की डिमांड अधिक थी और सरकार बिजली मुहैया करवाने में नाकाम थी। इसलिए इतना बड़ा बदलाव सरकारी कार्यालयों के समय में करना पड़ा। पंजाब में 100 यूनिट तक 2 किलो वाट कनेक्शन पर प्रति यूनिट बिजली का रेट 4.49 रुपए है, जबकि हरियाणा में 1 से 50 यूनिट तक 2 रुपए तथा 50 से 100 यूनिट तक ढहाई रुपए का रेट है, जबकि केजरीवाल हरियाणा में सबसे महंगी बिजली होने का दावा करते हैं। केजरीवाल से झूठा व्यक्ति पूरे देश में कोई भी नहीं है।
प्रशन:- अधिक वर्षा के चलते हरियाणा के कई जिले बुरी तरह से प्रभावित दिख रहे हैं, हरियाणा सरकार के प्रबंधों के बारे में बताएं ?
उत्तर:- बिल्कुल आज कुछ जिलों में बहुत अधिक पानी अवश्य नजर आ रहा है, क्योंकि लगभग 250 एमएम तक पानी वर्षा के माध्यम से बरसा है। जिस पर तुरंत प्रभाव से मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा संबंधित विभागों की आपात बैठक की गई। आवश्यक निर्देश दिए गए। उसके बाद सभी जिला उपायुक्तों के साथ बैठक करके निचले क्षेत्रों में लोगों को सुरक्षा मुहैया करवाना और खाने-पीने का सामान उपलब्ध करवाने के आदेश जारी किए गए। नदियां काफी ओवरफ्लो चल रही थी और पहाड़ों से भी पानी हरियाणा में पहुंचा है, जिसे लेकर तुरंत प्रभाव से टीमें बनाई गई। लेकिन प्रदेश सरकार के राहत प्रबंधों के कारण प्रदेश में जानी-माली नुकसान पड़ोसी राज्यों की तुलना में काफी कम है। पड़ोसी राज्य पंजाब में 80 जगह बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। हिमाचल की स्थिति भी गंभीर है। हरियाणा में तुरंत राहत प्रोग्राम चलाए जा रहे हैं, जिसका लाभ जनता को हो रहा है।
प्रशन:- हमारे कई मार्ग पानी जमा होने के कारण पूरी तरह से अवरुद्ध है, समूथ ट्रैफिक को लेकर क्या व्यवस्थाएं हैं ?
उत्तर:- कालका से बद्दी समेत काफी मार्ग अवश्य अधिक पानी के कारण बिल्कुल बंद पड़े हैं, काफी परेशानियां हैं, लेकिन केंद्र के अधीन होने के कारण कई मार्गों पर केंद्रीय परिवहन मंत्रालय की ओर से प्रबंध किए जा रहे हैं। एनएच 44 पर आवाजाही शुरू हो चुकी है। भयंकर बरसात के कारण परेशानियां काफी अधिक आ रही है। लेकिन जो इंफ्रास्ट्रक्चर हरियाणा सरकार के अधीन है, तुरंत प्रभाव से उस पर कार्यवाही की जा रही है।
प्रशन:- मिशन 2024 लोकसभा-विधानसभा चुनावों को लेकर भाजपा का रोडमैप क्या है, बताएं ?
उत्तर:- मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा प्रदेश सरकार की सभी जनहितेषी योजनाएं पात्र व्यक्ति तक पहुंचे, इसे सुनिश्चित किया गया है। पिछली सरकारों में योजनाएं मात्र सत्ता के नजदीकियों तक ही पहुंच पाती थी, आज हमारे दलित- शोषित- वंचित समाज को अनेकों योजनाओं के साथ लाभान्वित किया जा रहा है। भारतीय जनता पार्टी की प्राथमिकता अंतोदय है। मुख्यमंत्री द्वारा 1 लाख से कम आमदनी वाले परिवारों के लिए मुख्यमंत्री उत्थान परिवार योजना चलाया जाना इसका उदाहरण है और इसके काफी बेहतर नतीजे सामने आए हैं। हरियाणा में चल रही विकास यात्रा के कारण भाजपा तीसरी बार देश और प्रदेश दोनों जगह सरकार बनाएगी।
प्रशन:- भूपेंद्र सिंह हुड्डा द्वारा मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट परिवार पहचान पत्र समेत अनेकों पोर्टल सरकार बनते ही पहली कलम से खत्म करने के दावे किए जा रहे हैं ?
उत्तर:- पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की सबसे बड़ी परेशानी पारदर्शिता है। सत्ता को अपनी सुविधा का साधन बनाना उनकी सोच रही है। हम सत्ता को सेवा का माध्यम मानते हैं। हाल ही में एक एजेंसी के सर्वे के अनुसार हरियाणा में तीसरी बार 36 फ़ीसदी वोट बैंक प्राप्त कर भाजपा सरकार बनने जा रही है। 2014 में भाजपा ने 33 फ़ीसदी वोट प्राप्त किए, सरकार बनाई दूसरी बार 33 से बढ़ोतरी प्राप्त करके 36.5 फ़ीसदी वोट प्राप्त किए और सत्ता हासिल की और दावा करता हूं कि दूसरी बार से भी अधिक वोट इस बार हम प्राप्त करेंगे। मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा हाल ही में अविवाहित और विदुर पेंशन शुरू करने का फैसला बेहद सराहनीय कदम है और पीपीपी के माध्यम से ही हमें प्रदेशभर में 3000 से अधिक ऐसे व्यक्तियों की जानकारियां हासिल हुई जो इस पेंशन के पात्र हैं।
प्रशन:- विपक्ष कह रहा है युवाओं को रोजगार देने की बजाय पेंशन के माध्यम से गुमराह करने की कोशिश सरकार कर रही है ?
उत्तर:- विपक्ष में बैठे हुए लोग बहुत परेशानी में है। 45 वर्ष की आयु में विदुर हुए व्यक्ति के दुख को मुख्यमंत्री ने समझा और 40 वर्ष तक विवाह ना होने के भी कई कारण हो सकते हैं, जिसकी चिंता मुख्यमंत्री ने की। अगर बात बेरोजगारी पर भी हो तो 1 लाख 10 हजार से अधिक पक्की नौकरियां भारतीय जनता पार्टी ने अपने साडे 8 साल के कार्यकाल के दौरान दी है। प्राइवेट रोजगार भी साढे 12 लाख से अधिक युवाओं को मिले हैं। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को अपने 10 साल में कितने रोजगार दिए इसका डाटा जनता के सामने रखना चाहिए। हमने यह सब करके दिखाया है, उन्हें भी अपने द्वारा किए हुए कार्य बताने चाहिए।
प्रशन:- विपक्ष का आरोप है कि भारी बारिश से बचाव को लेकर भारी-भरकम खर्च दिखाया जाता है, लेकिन धरातल पर स्तिथियाँ फिर भी भयंकर है ?
उत्तर:- हमारे प्रदेश में अन्य प्रदेशों के मुकाबले फिर भी स्थितियां काफी कंट्रोल में है। पड़ोसी राज्य दिल्ली में 153 एमएम वर्षा हुई, हमारे यहां 250एमएम हुई, पहाड़ों से भी हमारे प्रदेश में बड़ी मात्रा में पानी आया, बावजूद इसके जानी-माली नुकसान काफी कम है। यह सब सरकार के प्रबंधों के कारण ही हो पाया है। बावजूद इसके मुख्यमंत्री द्वारा माली नुकसान के सर्वे करवाकर उनकी भरपाई के आदेश दिए गए हैं, यह सकारात्मक सोच का उदाहरण है।
प्रशन:- सीबीआई के पूर्व अधिकारियों को एंटी करप्शन ब्यूरो में शामिल करने के फैसले पर आपकी क्या सोच है ?
उत्तर:- प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा पहले दिन से ही पारदर्शिता के विचार प्रकट कर दिए गए थे, वहीं प्रधानमंत्री द्वारा भी सीबीआई सम्मेलन में साफ कर दिया गया था कि भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए हिचकिचाहट की जरूरत नहीं है और उसी का असर है कि भ्रष्टाचार पर लगातार कार्यवाही हो रही है। लेकिन भ्रष्टाचारी मानसिकता के लोग इससे बहुत परेशानी में है। जनता के संसाधनो की लूट करने वालों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर आम जनता प्रसन्न है, लेकिन विपक्षी नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा लगातार आलोचना कर रहे हैं। इसका साफ मतलब है कि वह भ्रष्टाचारियों के समर्थक हैं।
प्रशन:- कांग्रेस में भूपेंद्र सिंह हुड्डा वर्सेस किरण- शैलजा- सुरजेवाला गुट से भाजपा को कितना फायदा मानते हैं ?
उत्तर:- हाल ही में किरण चौधरी ने एक बहुत अच्छी बात करके स्पष्ट किया कि कांग्रेस में क्या चल रहा है। उन्होंने साफ किया कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा का विपक्ष आपके समक्ष कार्यक्रम केवल अपने साथियों- समर्थकों को अपने साथ जोड़ कर रखने की एक कोशिश है ताकि पार्टी छोड़ने पर वह सभी साथी उनके साथ चले जाएं। वही भूपेंद्र सिंह हुड्डा पहले कह भी चुके है कि कांग्रेस आज पहले वाली कांग्रेस नहीं रही।
प्रशन:- क्या भूपेंद्र सिंह हुड्डा, कई कांग्रेसी विधायक व नेता भाजपा में आ सकते हैं ?
उत्तर:- भारतीय जनता पार्टी का काम करने का अपना एक तरीका है। कांग्रेस के बहुत से विधायक इस प्रयास में हैं। खुद एक विधायक ने मुझसे भी बात की थी। लेकिन भाजपा की विचारधारा को स्वीकार करने की सोच रखने वाले लोगों का चरित्र कैसा है, वह पार्टी में लेने लायक है या नहीं, इसका एक पैमाना है। उसके बाद ही केंद्रीय नेतृत्व इसका फैसला करता है।
प्रशन:- 2024 में भाजपा का मुकाबला किससे रहेगा, आम आदमी पार्टी को कितने मुकाबले में मानते हैं ?
उत्तर:- अरविंद केजरीवाल के बारे में तो बात करना भी मुझे लगता है ठीक नहीं है। क्योंकि केजरीवाल कहीं नहीं है और केजरीवाल से झूठा आदमी शायद कोई नहीं है। लेकिन इस बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता कि कांग्रेस दूसरे नंबर पर रहेगी। शायद हरियाणा में अन्य किसी भी राजनीतिक दल का कोई अस्तित्व नहीं है। आम आदमी पार्टी ने हरियाणा में 2014 में भी चुनाव लड़ा, 2019 के विधानसभा- लोकसभा दोनों चुनाव लड़े और कई उपचुनाव भी लड़े, हर चुनाव में इनकी जमानत जब्त हुई है।