कोलकाता में एक चिकित्सक के साथ बलात्कार और हत्या की घटना के बाद देश में महिलाओं के खिलाफ यौन उत्पीड़न को लेकर छिड़ी बहस के बीच जनता दल (यूनाइटेड) के नेता के. सी. त्यागी(K.C Tyagi: ) ने बलात्कारियों के लिए कठोर सजा की मांग की है। उन्होंने सुझाव दिया कि बलात्कार के दोषियों को नपुंसक बना दिया जाना चाहिए, ताकि उन्हें अपने अपराध के लिए जीवन भर कष्ट सहना पड़े। त्यागी ने बलात्कार के मामलों में एक महीने के भीतर त्वरित न्याय की भी अपील की।
K.C Tyagi: न्याय प्रक्रिया को तेज करने पर भी जोर
त्यागी ने कहा, “बलात्कारियों का पौरुष खत्म कर देना चाहिए।” उन्होंने जोर देकर कहा कि बलात्कार जैसे अपराधों के लिए सजा इतनी कठोर होनी चाहिए कि कोई भी व्यक्ति भविष्य में ऐसा अपराध करने की हिम्मत न कर सके। उन्होंने बलात्कार के मामलों में न्याय प्रक्रिया को तेज करने पर भी जोर दिया और कहा कि जांच और सुनवाई में केवल महिला पुलिसकर्मियों, चिकित्सकों और न्यायाधीशों को शामिल किया जाना चाहिए।
ममता बनर्जी के रवैये को त्यागी ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया
इस घटना के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के रवैये को त्यागी ने “दुर्भाग्यपूर्ण” बताया, लेकिन राज्य विधानसभा द्वारा पारित बलात्कार रोधी विधेयक का समर्थन किया। इस विधेयक में बलात्कार-हत्या के मामलों में दोषियों के लिए मृत्युदंड और यौन उत्पीड़न के मामलों में बिना पैरोल के जेल की सजा का प्रावधान है। यह विधेयक कोलकाता के सरकारी आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में नौ अगस्त को एक चिकित्सक के साथ हुए कथित बलात्कार और हत्या की घटना के बाद बढ़ते प्रदर्शनों के मद्देनजर पेश किया गया था। पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर आरोप लगाया कि उन्होंने इस विधेयक को पेश कर “जघन्य अपराध” पर जनता के गुस्से और विरोध से ध्यान भटकाने की कोशिश की है। हालांकि, भाजपा विधायकों ने भी इस विधेयक का समर्थन किया।