1. प्राकृतिक और सुरक्षित: आयुर्वेदिक चिकित्सा में उपयोग किए जाने वाले औषधियाँ प्राकृतिक स्रोतों से प्राप्त होती हैं, जिससे उनमें कोई हानिकारक या साइड इफेक्ट नहीं होता।
2. सम्पूर्ण दृष्टिकोण का इलाज: आयुर्वेद का मौखिक, दृष्टि, और स्पर्श आदि के द्वारा रोगी की समस्या का समूर्थन करने का तरीका होता है, जिससे रोग का समापन संभव होता है।
3. शरीर का संतुलन: आयुर्वेदिक चिकित्सा में शरीर के तंतु, मेद, और नेत्र आदि को संतुलित रखने के लिए विशेष ध्यान दिया जाता है, जिससे सामान्य स्वास्थ्य में सुधार होता है।
4. स्वास्थ्य की सुरक्षा: आयुर्वेदिक औषधियों का उपयोग रोग पूर्व और रोग से बचाव के लिए किया जा सकता है, जिससे व्यक्ति अपने स्वास्थ्य को सुरक्षित रख सकता है।
5. रोगों का स्थायी इलाज: आयुर्वेदिक चिकित्सा में रोगों के कारणों का स्थायी इलाज किया जाता है, जिससे व्यक्ति दुर्बलता से मुक्त होता है और स्थायी स्वास्थ्य का आनंद लेता है।
आयुर्वेदिक चिकित्सा ने सद्गुण और समृद्धि के साथ युक्तिपूर्वक जीवन जीने का मार्ग प्रशस्त किया है और इसे अपनाने से हम अपने स्वास्थ्य को सुरक्षित रख सकते हैं।