स्मार्टफोन का उपयोग आजकल लोगों की जीवनशैली का अभिन्न हिस्सा बन चुका है, लेकिन इसका अत्यधिक इस्तेमाल गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण भी बन सकता है। लोग घंटों तक मोबाइल फोन का उपयोग करते हैं, विशेषकर सोशल मीडिया पर रील्स स्क्रॉल(Mobile Scroll Habit: ) करते हुए, और इस आदत के दुष्परिणामों से अक्सर अनजान रहते हैं।
Mobile Scroll Habit: रील्स की आदत से लोग सोने के समय को टाल रहे
रील्स, जो आमतौर पर 15 से 30 सेकंड के छोटे, मजेदार वीडियो होते हैं, लोगों का ध्यान आकर्षित करने में सक्षम होते हैं। हालांकि, इन्हें लगातार देखते रहने से लोगों का समय बर्बाद होता है और साथ ही उनके मानसिक, शारीरिक और भावात्मक स्वास्थ्य पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इस आदत के कारण लोग “रिवेंज बेड-टाइम प्रोक्रैस्टिनेशन” के शिकार हो जाते हैं, जिसका अर्थ है कि वे सोने का समय लगातार टालते रहते हैं। अक्सर लोग सोचते हैं कि वे एक आखिरी रील देखकर फोन बंद कर देंगे, लेकिन ऐसा करते-करते कई घंटे बीत जाते हैं और उनकी नींद पर बुरा असर पड़ता है।
Mobile Scroll Habit:15 से 35 वर्ष के युवा हो रहे हैं शिकार
डाक्टर्स के अनुसार, आजकल नींद की समस्या वाले लगभग 40 प्रतिशत मरीज ऐसे होते हैं जो रात में सोने की बजाय मोबाइल पर रील्स देखते हुए अपना समय बिताते हैं। यह समस्या विशेष रूप से 15 से 35 वर्ष के युवाओं के बीच अधिक देखी जा रही है। लगातार रील्स देखने से लोगों की नींद तो प्रभावित होती ही है, साथ ही इसके शारीरिक प्रभाव भी होते हैं।
अंगूठे की मांसपेशियों और तंत्रिकाओं को नुकसान
स्मार्टफोन का अत्यधिक उपयोग उंगलियों और हथेलियों के लिए भी हानिकारक साबित हो सकता है। लगातार स्क्रॉलिंग से उंगलियों में दर्द, सूजन और कमजोरी जैसी समस्याएं हो सकती हैं, जिसे “व्हाट्सएपाइटिस” या “व्हाट्सएप थंब” कहा जाता है। यह एक प्रकार की रिपिटिटिव स्ट्रेन इंजरी है, जो अंगूठे और हथेली में अधिकतर देखी जाती है। इस स्थिति में, फोन पर लंबे समय तक स्क्रॉलिंग करने से अंगूठे की मांसपेशियों और तंत्रिकाओं को नुकसान पहुंचता है।
स्मार्टफोन के उपयोग को सीमित करना जरूरी
अंगूठे पर लगातार दबाव और उसकी समान रूप से झुकने की वजह से धीरे-धीरे अंगूठे में दर्द होने लगता है और उसकी पकड़ कमजोर हो जाती है। यह समस्या इस कारण होती है क्योंकि हमारी उंगलियां इतने लंबे समय तक स्क्रॉल करने के लिए डिज़ाइन नहीं की गई हैं। बार-बार एक ही तरह से उंगलियों का मोड़ना और उपयोग करना खतरनाक हो सकता है, जिससे उंगलियों और कलाई पर अनावश्यक दबाव पड़ता है। इसलिए, स्मार्टफोन के उपयोग को सीमित करना और बीच-बीच में ब्रेक लेना जरूरी है ताकि इस प्रकार की समस्याओं से बचा जा सके और शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखा जा सके।