Chanakya Niti : आचार्य चाणक्य बताते हैं, कि जीवन में सभी स्त्रियों का सामान रूप से सम्मान करना चाहिए।
जो व्यक्ति अपने घर की स्त्रियों के साथ दुर्व्यवहार करता हैं उसका जीवन नरक बन जाता हैं।
Chanakya Niti : आचार्य चाणक्य को राजनीति और अर्थशास्त्र का महान ज्ञाता कहा जाता है। वह सम्राट चंद्रगुप्त के गुरु थे उनकी कई ऐसी नीतियाँ हैं जिनमें महिलाओं के उत्थान के बारें में विस्तार से लिखा गया हैं। आचार्य चाणक्य ने अपने नीति ग्रंथ में बताया हैं, कि जीवन में आर्थिक तंगी से बचने के लिए और देवी लक्ष्मी की
कृप्या पाने के लिए किन 5 स्त्रियों का हमेशा सम्मान करना चाहिए।
1 – माँ
वह बात सभी भलीभांति जानते हैं, कि संसार में माता-पिता से बड़ा और ऊँचा दर्जा किसी का नहीं होता आचार्य चाणक्य कहते हैं, कि हर व्यक्ति को अपनी माता की निस्वार्थ भाव से सेवा करनी चाहिए और हर दिन प्रातः अपने दिन की शुरुआत उनके चरणों का स्पर्श करके करनी चाहिए। जिस व्यक्ति के जीवन में माँ का साथ और आशीर्वाद होता हैं उसके आसपास कोई संकट नहीं मड़राता हैं।
2 – गुरु की पत्नी
चाणक्य नीति ग्रंथ के अनुसार, गुरु की पत्नी का दर्जा भी माँ के समान होता हैं उसे भी अपनी माँ की तरह सदैव आदर और सम्मान के भाव से देखना चाहिए। हर व्यक्ति के जीवन में गुरु की सेवा का अहम योगदान होता हैं इसलिए जिस तरह कोई व्यक्ति अपने गुरु की सेवा करता हैं उसी तरह गुरु की पत्नी का भी सामान रूप से आदर करना चाहिए।
3 – मित्र की पत्नी
आचार्य चाणक्य ने कहा हैं, कि सच्चे मित्र की निशानी हैं वह अपने मित्र के साथ ईमानदार बना रहना चाहिए
नीति ग्रंथ के अनुसार दोस्त की पत्नी को हमेशा अपनी माँ या बहन की तरह दर्जा देना चाहिए और उसके साथ स्नेह और सम्मान के साथ पेश आना चाहिए।
4 – सास
आचार्य चाणक्य कहते हैं, कि सास का दर्जा भी माँ के सामान होता हैं इसलिए सास को भी अपनी माँ की तरह ही समझना चाहिए और जिस तरह हम अपनी माँ के साथ व्यवहार करते हैं उनका सम्मान करते हैं ठीक उसी तरह अपनी सास की भी सेवा करनी चाहिए। ऐसा करने से परिवार में मधुर संबध बने रहते हैं।
5 – राजा की पत्नी
हालांकि आज के समय में राजा बहुत काम होते हैं आज लोकतंत्र में लोग अपना शासक स्वयं चुनते हैं परन्तु फिर भी हमें यह सीख अपने जीवन में धारण करनी चाहिए, कि स्त्री चाहे कोई भी हो, उसका हमसे कोई भी संबंध हो हमें सभी का सामान रूप से सम्मान करना चाहिए।