देश रोज़ाना: वर्ल्ड कप 1983 के विजेता कप्तान कपिल देव ने हाल ही में एक इंटरव्यू दिया। जिसमें उन्होंने कहा कि कभी-कभी ज्यादा पैसे लोगों में घमंड पैदा कर देती है। मौजूदा दौर के खिलाड़ी पैसों के घमंड में पूर्व खिलाड़ियों की सलाह नहीं लेते हैं। जिससे एक ही गलती बार-बार दोहराते हैं। जबकि खेल में हमेशा सुधार की गुंजाइश रहती है।
कपिल देव ने कहा कि आजकल के क्रिकेटरस लगता है कि वे सब कुछ जानते हैं पहले और आज के क्रिकेटर में यही अंतर है। बहुत सारी क्रिकेटर हैं जिन्हें क्रिकेट में मदद और सलाह की जरूरत है लेकिन वह इस बात को स्वीकार नहीं करते हैं।
भारतीय टीम ने 1983 में कपिल देव की कप्तानी से पहली बार वर्ल्ड कप जीता था। लॉर्ड्स के मैदान पर खेले गए फाइनल मुकाबले में भारत ने वेस्टइंडीज को 43 रनों से मात दी थी। विंडीज टीम इससे पहले 1975 और 1997 में विश्व कप जीत चुकी थी। m.a. फाइनल मुकाबले में वेस्टइंडीज को जीत का दावेदार माना जा रहा है।
सुनील गावस्कर ने कहा कि आज का कोई खिलाड़ी मेरे पास सलाह लेने नहीं आता है। एक समय था तब सचिन तेंदुलकर राहुल द्रविड़ और वीवीएस लक्ष्मण मेरे पास आकर बल्लेबाजी में अपनी खामियों को लेकर बात किया करते थे। भी किसी खास समस्या को लेकर मुझसे संपर्क करते थे सीनियर्स आपको कुछ ऐसा बता सकते हैं जिस पर आपने गौर ने किया हो।