प्रधानमंत्री (pm haryana:)नरेंद्र मोदी ने सोमवार को पानीपत में एलआईसी की ‘बीमा सखी योजना’ का उद्घाटन किया और इसे महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने हरियाणा के ‘एक हैं तो सेफ हैं’ नारे की सराहना करते हुए इसे देश के लिए एक उदाहरण बताया। पीएम मोदी ने कहा कि ‘बीमा सखी’, ‘बैंक सखी’, ‘कृषि सखी’, ‘पशु सखी’, ‘ड्रोन दीदी’, ‘लखपति दीदी’ जैसे नाम भले ही साधारण लगें, लेकिन ये देश की किस्मत बदलने में मदद कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने(pm haryana:) पानीपत से वर्चुअल माध्यम से करनाल के महाराणा प्रताप उद्यान विश्वविद्यालय परिसर के निर्माण का शिलान्यास भी किया। उन्होंने कहा कि हरियाणा ने “एक है तो सेफ है” के मंत्र को जिस तरह अपनाया है, वह एक आदर्श बन चुका है। महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए उन्हें हर अवसर मिलना चाहिए और उनकी बाधाओं को हटाना जरूरी है।
जनसभा (pm haryana:)को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, “भारत महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक और मजबूत कदम उठा रहा है। आज का दिन खास है, क्योंकि 9 दिसंबर को संविधान सभा की पहली बैठक भी हुई थी और यह दिन नारी शक्ति की पूजा का प्रतीक है।” उन्होंने आगे कहा कि बीमा सखी योजना का शुभारंभ पानीपत से होने के कारण यह शहर नारी शक्ति का प्रतीक बन गया है।
प्रधानमंत्री ने हरियाणा में नारी सशक्तिकरण के लिए किए गए प्रयासों की सराहना की और कहा कि आजादी के इतने वर्षों बाद भी जब महिलाओं के पास बैंक खाते नहीं थे, उनकी सरकार ने सबसे पहले माताओं और बहनों के जनधन बैंक खाते खोले। आज, 30 करोड़ महिलाओं के बैंक खाते खुल चुके हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा कि जब महिलाओं को आगे बढ़ने का मौका मिलता है, तो वे न केवल अपने जीवन को बदलती हैं, बल्कि देश के लिए नए रास्ते खोलती हैं। उन्होंने बताया कि अब महिलाएं सेना, पुलिस, और कंपनियों में अग्रिम पंक्ति में काम कर रही हैं।
प्रधानमंत्री ने महिला सशक्तिकरण के लिए पिछले 10 वर्षों में किए गए फैसलों की तारीफ करते हुए कहा कि अब ग्रामीण महिलाओं के लिए कई क्रांतिकारी नीतियां बनाई गई हैं, जिनसे अर्थव्यवस्था में बदलाव आया है। ‘बीमा सखी योजना’ के तहत दो लाख महिलाओं को रोजगार मिलने का लक्ष्य है, जो न केवल उनकी आय में योगदान करेगी, बल्कि देश के विकास में भी मदद करेगी।