-आगामी 10 दिसंबर 2024 मानव अधिकारी दिवस तक चलेगा अभियान
-बाल विवाह को समाप्त करने के मुद्दो पर बढाई जाएगी जागरूकता, दिलाई जाएगी शपथ
पलवल, 26 नवंबर। उपायुक्त डा. हरीश कुमार वशिष्ठï ने बताया कि महिला और बाल विकास विभाग द्वारा महिलाओं के खिलाफ हिंसा को रोकने के उद्देश्य से जागरूकता अभियान शुरू किया गया है। यह अभियान आगामी 10 दिसंबर 2024 (मानव अधिकारी दिवस) तक चलाया जाएगा। इस अभियान का उद्देश्य महिलाओं के खिलाफ हिंसा को मानव अधिकारों के मुद्दों के साथ प्रतिकात्मक रूप से जोडना है। अभियान के दौरान महिलाओं के खिलाफ हिंसा को रोकने और लिंग आधारित हिंसा से निपटने में सरकार की पहल को उजागर करने वाले कार्यक्रम आयोजित करने तथा महिलाओं व लड़कियों के अधिकारों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जाएंगी। केंद्रीय महिला और बाल विकास मंत्री 27 नवंबर 2024 को विज्ञान भवन नई दिल्ली में बाल विवाह मुक्त भारत अभियान का शुभारंभ करेंगे, ताकि सरकार और पूरे समाज के दृष्टिकोण के साथ बाल विवाह को समाप्त करने के मुद्दे पर जागरूकता बढ़ाई जा सके। इसके साथ ही 27 नवंबर 2024 को पूरे देश में शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया जाएगा।
उपायुक्त ने जानकारी देते हुए बताया कि 27 नवंबर को जिला प्रशासन की ओर से जागरूकता गतिविधियों, 28 नवंबर को महिला-बाल विकास विभाग व स्वास्थ्य विभाग की ओर से प्लेज वैबिनार, 29 नवंबर को महिला-बाल विकास विभाग व पंचायत विभाग और ग्रामीण विकास द्वारा वैबिनार व होम विजिट, 30 नवंबर को महिला-बाल विकास विभाग तथा युवा मामले विभाग द्वारा कम्युनिटी बेस्ड ईवेंट, 2 दिसंबर को महिला-बाल विकास विभाग और शिक्षा विभाग की ओर से राजकीय विद्यालयों में वैबिनार, प्रतिज्ञा समारोह, 3 दिसंबर को महिला-बाल विकास विभाग और शिक्षा विभाग द्वारा क्षेत्रीय कार्यकर्ताओं के लिए कार्यशाला/सेमिनार, 04 दिसंबर को जागरूकता कार्यकम व प्लेज इवेंट, 05 दिसंबर को महिला-बाल विकास विभाग के साथ अन्य संबंधित विभाग द्वारा कम्युनिटी बेस्ड इवेंट, 06 दिसंबर को लिंग आधारित हिंसा पर दीप के साथ संध्या रैली, 07 दिसंबर को महिला बाल विकास विभाग द्वारा कम्युनिटी बेस्ड इवेंट, 09 दिसंबर को महिला बाल विकास विभाग की ओर से व्यापक जनसंचार माध्यमों का उपयोग करने, 10 दिसंबर को महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा समापन समारोह व समीक्षा का आयोजन किया जाएगा।