नई दिल्ली, 09 जून– लोकसभा चुनाव के साथ आंध्र प्रदेश में हुए विधानसभा चुनावों में सत्तारूढ़ वाईएसआर कांग्रेस को हराकर टीडीपी, बीजेपी और जेएसपी गठबंधन मिलकर सरकार बनाने में सफल हुआ है। टीडीपी और जेएसपी को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) का हिस्सा बनाने में जोधपुर सांसद और मोदी 3.0 सरकार में केंद्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। लिहाजा, टीडीपी केंद्र में बनने जा रही मोदी सरकार 3.0 में सीटों के हिसाब से सबसे बड़ी सहयोगी पार्टी है, वहीं आंध्र प्रदेश में बीजेपी के समर्थन के साथ टीडीपी की सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है।
शेखावत चुनावों से पहले टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू और जेएसपी प्रमुख पवन कल्याण से बातचीत के लिए आंध्र प्रदेश गए थे, जहां उन्होंने भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बैजयंत पांडा के साथ चंद्रबाबू नायडू के आवास पर मुलाकात की थी। जहां 8 घंटे की लंबी बैठक के बाद, टीडीपी, बीजेपी और जेएसपी ने उन सीटों की संख्या को अंतिम रूप दिया था, जिन पर इन दलों को विधानसभा और लोकसभा चुनाव मिलकर लड़ना था। इसी बैठक में तय हो हुआ था कि टीडीपी 144 विधानसभा और 17 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी, वहीं, भाजपा को 10 विधानसभा और छह लोकसभा सीटें आवंटित की गईं थीं और जेएसपी दो लोकसभा और 21 विधानसभा सीटें आवंटित की गईं थीं। इसके बाद जन सेना पार्टी (जेएसपी) के अध्यक्ष पवन कल्याण गारू ने नई दिल्ली में शेखावत के कार्यालय में आकर भी उनसे भेंट की थी, जिस मीटिंग में भी आंध्र प्रदेश के जल संबंधी मुद्दों के साथ ही गठबंधन को फाइनल रूप देने पर चर्चा हुई थी।
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लोकसभा चुनावों के साथ आए विधानसभा चुनावों में टीडीपी, बीजेपी और जेएसपी गठबंधन ने कमाल का प्रदर्शन करते हुए 175 विधानसभा में से 164 सीटें जीतने में सफलता हासिल की, जिसमें टीडीपी 135, जेएसपी 21 और बीजेपी 08 सीटें जीतने में सफल हुई, वही सत्तारूढ़ दल वाईएसआर कांग्रेस पार्टी मात्र 11 सीटों पर सिमटकर रह गई। राज्य में लोकसभा की भी 25 में से 29 सीटें भी एनडीए की झोली में गई हैं।
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