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चिकित्सकों की भर्ती का फैसला प्रदेश सरकार का सराहनीय कदम

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हरियाणा सरकार प्रदेश में चिकित्सकों की कमी को देखते हुए अनुबंध पर 399 डॉक्टरों की भर्ती करने जा रही है। इस संबंध में नेशनल हेल्थ मिशन ने बाकायदा पूरी तैयारी कर ली है। अनुबंध पर भर्ती होने वाले 123 मेडिकल अफसर और बाकी 276 विशेषज्ञ डॉक्टर होंगे। प्रदेश सरकार सरकारी अस्पताल में नियुक्त होने वाले विशेषज्ञ चिकित्सकों को लगभग डेढ़ लाख रुपये वेतन देती है, लेकिन नेशनल हेल्थ मिशन ने सरकार को विशेषज्ञ चिकित्सकों को दो लाख रुपये वेतन देने का प्रस्ताव भेजा है। इस बारे में क्या फैसला होता है, यह भविष्य बताएगा, लेकिन यह सच है कि प्रदेश में चिकित्सकों की भारी कमी है। प्रदेश के सरकारी अस्पतालों के लिए इस समय 3900 डॉक्टरों के पद स्वीकृत हैं। इनमें से 1100 पद काफी लंबे समय से खाली पड़े हैं।

सरकार यदि इन पदों पर भी भर्ती कर ले, तो भी प्रदेश की जनसंख्या के हिसाब से यह काफी कम है। साल 2023 में डब्ल्यूएचओ की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक हरियाणा में लगभग दस हजार डॉक्टरों की जरूरत है, जबकि प्रदेश में मात्र 4000 डॉक्टरों के पद ही स्वीकृत हैं। कुछ जिलों में एक भी स्पेशलिस्ट डॉक्टर नहीं है। वर्ष 2023 में हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विस एसोसिएशन ने तत्कालीन चिकित्सा मंत्री अनिल विज को पत्र लिखकर डॉक्टरों और स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की कमी का मुद्दा उठाया था। तब एसोशिएशन ने कहा था कि प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में काम कर रहे बहुत से डॉक्टर काम के बोझ, प्रमोशन ना होने, कम तनख्वाह, दवाइयों की कमी और संस्थानों में सुरक्षा व्यवस्था ना होने की वजह से सरकारी नौकरी छोड़ रहे हैं।

दरअसल, प्रदेश सरकार विशेषज्ञ डॉक्टरों को डेढ़ लाख रुपये प्रति माह वेतन देती है। वहीं निजी अस्पताल इन चिकित्सकों को प्रति माह तीन से पांच लाख रुपये वेतन के रूप में देते हैं। वहीं, इन्हें काम भी कम करना पड़ता है। इस वजह से सरकारी अस्पतालों में कार्यरत डॉक्टर और स्पेशलिस्ट डॉक्टर नौकरी छोड़कर निजी अस्पतालों की शरण ले रहे हैं। अस्पतालों में दवाइयों की कमी भी उनके नौकरी छोड़ने का एक कारण है।

जब वह देखते हैं कि गरीब, असहाय और बेसहारा लोग बेहतर चिकित्सा सुविधा की आस में सरकारी अस्पतालों में आते हैं और उन्हें ये सुविधाएं उपलब्ध नहीं होती हैं, तो सरकारी अव्यवस्था को लेकर उनके मन में असंतोष पैदा होता है। वे अन्य कारणों का बहाना बनाकर सरकारी नौकरी को अलविदा कह देते हैं। सरकार अनुबंध पर ही सही 399 चिकित्सकों की भर्ती करने जा रही है, यह एक अच्छा कदम है। चिकित्सकों के कुछ और पद सृजित करके अधिक चिकित्सकों की भर्ती करे, तो प्रदेश की जनता को अपनी चिकित्सा के लिए भटकना नहीं पड़ेगा।

-संजय मग्गू

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