जम्मू कश्मीर में कैदियों के पैरों में एक अलग तरह का डिवाइस पहनाया जा रहा है जिसे पहनने के बाद कोई भी कैदी भाग कर नहीं जा पाएगा और यहां तक की अगर वो कोई मूवमेंट भी करेगा तो उसकी भी सारी जानकारी पता लगती रहेगी।
साल 2011 में हॉलीवुड अभिनेत्री Lindsay Lohan को एक अपराध के कारण सजा सुनाई गई थी और उनको हाउस अरेस्ट में रखा गया था उस दौरान Lindsay का केस चर्चा का विषय बना हुआ था वजह थी उन्हें अर्रेस्ट करने का तरीका, अरेस्ट के दौरान उनके पैरों में एक ट्रैकर पहनाया गया था। GPS तकनीक से काम करता है। आप सोच रहें होंगे, कि इतने सालों बाद हम यह बातें क्यों कर रहें है।
दरअसल, भारत में पहली बार ऐसे डिवाइस का इस्तेमाल किया जा रहा है जम्मू-कश्मीर पुलिस जमानत पर छूटे कैदियों को ये डिवाइस पहना रही है। GPS लगा हुआ यह डिवाइस पैरों में पायल (anklet) की तरह पैर में फिट या कहें की लॉक हो जाता है। इसे पहनने वाले शख्स की हर मूवमेंट ट्रैक होती रहती है हालांकि यह छोटा सा डिवाइस ट्रैकिंग के अलावा भी बहुत कुछ कर सकता है।
Anklet की तरह दिखता है डिवाइस
यह डिवाइस अंक्लेट की तरह लगता है इसके पीछे का कारण है क्यूंकि इसे पैरों में पायल की तरह पहना जाता है। हालांकि, इस डिवाइस को ‘Electronic ankle bracelet’ भी कहते हैं। इसे America, UK, South Africa, Australia और न्यूजीलैंड जैसे देश पहले से ही इस्तेमाल करते है लेकिन भारत में ऐसा पहली बार हुआ है। इससे जमानत, पैरोल और घर में नजरबंदी के दौरान आरोपी की गतिविधियों पर नजर रखने और जेलों में भीड़भाड़ को कम करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
कोई नहीं कर सकता ख़राब
आपके मन में सवाल आ रहा होगा कि कोई शातिर कैदी इसको ख़राब कर सकता है इसको तोड़कर भाग सकता है लेकिन भले ही यह डिवाइस देखने में छोटा दिखे लेकिन इसके कारनामे बहुत बड़े है इस छोटे से डिवाइस का कोई कुछ नहीं बिगड़ सकता है क्योंकि ये सिर्फ एक लॉकिंग और ट्रैकिंग डिवाइस नहीं है, बल्कि तकनीक का बेहतरीन नमूना है। यह कैदियों के लिए खुली जेल जैसे काम करता है।