केंद्र सरकार के द्वारा आपराधिक कानून में संशोधन करने की वजह से ट्रक-बस चालकों में आक्रोश का माहौल है। इस समय देशभर में ट्रक, डंपर और बस चालक हड़ताल पर हैं। अलग- अलग राज्यों से चालक केंद्र सरकार के नए हिट एंड रन कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे है। जिसके अनुसार 10 साल की जेल और सात लाख रुपए के जुर्माने का प्रावधान है। इसके खिलाफ देशभर में ट्रक चालक सड़को पर उतर आए है जिससे चक्काजाम की स्थिति बनी हुई है।
सरकार के नए हिट एंड रन कानून के खिलाफ देशभर के ट्रक, डंपर और बस चालक सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे है। इसका सबसे ज्यादा असर सब्जी, पेट्रोल-डीजल जैसी बुनियादी चीजों की सप्लाई करने वाली ट्रांसपोर्ट सेवाओं पर पड़ा है जोकि फिलहाल ठप पड़ती जा रही हैं। इसकी वजह से देश के अलग-अलग शहरों में आम से लेकर खास लोग परेशान हो रहे हैं।
ऐसे में पब्लिक ट्रांसपोर्ट (Public Transport) का इस्तेमाल करने वाले लोगों को भी काफी परेशानी हो रही है। लोग घंटों तक बस स्टॉप पर बसों का इंतजार कर रहे हैं लेकिन प्रदर्शन की वजह से उन्हें कोई पब्लिक ट्रांसपोर्ट वाहन नहीं मिल रहा है। इसके अलावा कई पेट्रोल पंपों में ईंधन खत्म होने की स्थिति बनी हुई है जिससे लोग वाहनों की लम्बी कतारों में खड़े है।
कई जगहों पर हिंसक हुआ प्रदर्शन
देश के कई राज्यों में प्रदर्शन हिंसक होता जा रहा है महाराष्ट्र में लोगों ने गुजरने वाले वाहनों पर पथराव किया और पुलिस के साथ झड़प भी की। जिसमें एक पुलिसकर्मी घायल हो गया। ऐसी स्थिति बनने पर पुलिस को मुंबई-बेंगलुरु राजमार्ग पर जमा भीड़ को काबू करने के लिए बल का प्रयोग करना पड़ा।
इसके अलावा मध्य प्रदेश के इंदौर में ट्रक ड्राइवर भी हड़ताल पर नज़र आए जिसका असर पेट्रोल पंप पर पड़ा। यहां पेट्रोल पंप पर गाड़ियों की लंबी लाइनें देखने को मिली। बताया जा रहा है कि ट्रक ड्राइवरों की ये हड़ताल तीन दिन तक चल सकती है इस बीच पन्ना जिले में बस और ट्रक ड्राइवर नेशनल हाईवे-39 पर चक्काजाम करते हुए दिखे साथ ही उन्होंने ‘काला कानून वापस लो’ के नारे भी लगाए।
नए हिट एंड रन कानून के खिलाफ राजस्थान में भी ट्रक ड्राइवरों का प्रदर्शन देखने को मिला। हालांकि अगर राजधानी दिल्ली की बात करें तो सभी संगठनों में एकराय नहीं है। हड़ताल में अब तक बड़े ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन शामिल नहीं हुए हैं। इस मुद्दे को लेकर 1:30 बजे देश के अलग-अलग हिस्सों से ट्रांसपोर्ट संगठन के लोग ऑनलाइन बैठक की जाएगी। इसके बाद दिल्ली चेम्सफोर्ड क्लब में 3:30 बजे प्रेस कांफ्रेंस करके फैसले की जानकारी दी जाएगी । गणतंत्र दिवस और राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को देखते हुए हड़ताल पर रोक लगायी जा सकती है।