उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ(UP CM: ) ने बृहस्पतिवार को अयोध्या में आयोजित भारतात्मा अशोक सिंघल वेद पुरस्कार-2024 के वितरण समारोह में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश के लोगों के सामने विकसित भारत का लक्ष्य रखा है, जिसे प्राप्त करने में नागरिक कर्तव्य सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। उन्होंने जोर देकर कहा कि अब लोगों को अपने अधिकारों की चिंता कम और नागरिक कर्तव्यों पर अधिक ध्यान देना होगा।
UP CM: श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन और अशोक सिंघल एक-दूसरे के पूरक
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर कहा कि सनातन धर्म ही दुनिया का एकमात्र धर्म है और यह सुरक्षित एवं समृद्धि के पथ पर अग्रसर रहेगा तो विश्व स्तर पर मानवता के कल्याण का मार्ग प्रशस्त होगा। उन्होंने यह भी कहा कि यदि सनातन धर्म खतरे में पड़ेगा तो विश्व स्तर पर मानवता खतरे में पड़ जाएगी। कार्यक्रम के दौरान योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अशोक सिंघल जी ने काशी हिंदू विश्वविद्यालय से इंजीनियरिंग की डिग्री ली थी, लेकिन उनका जीवन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के एक प्रचारक के रूप में सनातन धर्म के लिए समर्पित था। उन्होंने कहा कि श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन और अशोक सिंघल एक-दूसरे के पूरक थे। मुख्यमंत्री ने बताया कि अशोक सिंघल जी का प्रमुख उद्देश्य श्रीराम जन्मभूमि की प्राप्ति था, जिसके लिए वे शांति और क्रांति दोनों मार्गों को अपनाने के लिए तैयार रहते थे।
वेद ही अखिल विश्व के धर्म का मूल हैं
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 22 जनवरी 2024 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कर कमलों से भव्य मंदिर में प्रभु श्री रामलला विराजमान हुए, जो श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन में अशोक सिंघल के योगदान का प्रतिफल है। उन्होंने कहा कि अयोध्या में प्रभु श्री रामलला का विराजमान होना गुलामी के अंशों की समाप्ति है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने वेदों के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि वेद ही अखिल विश्व के धर्म का मूल हैं। अशोक सिंघल जी ने वेदों के इस महत्व को अपने जीवन में अक्षरशः उतारने का कार्य किया था। उन्होंने कहा कि दुनिया आज शांति, सुरक्षा और सौहार्द्र के लिए भारत की तरफ आशा भरी निगाहों से देखती है। समारोह में वेद मूर्ति वयोवृद्ध ब्रह्मर्षि विष्णु पटल सुब्रमण्यम को लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड, आचार्य गोपाल चंद्र मिश्र वैदिक उन्नयन संस्थान, काशी, उत्तर प्रदेश को उत्तम वेद विद्यालय के लिए सात लाख का पुरस्कार, पदक व प्रमाण पत्र, आदर्श वेदाध्यापक कुलपति आर. चंद्रमौलि श्रौती, तमिलनाडु को पांच लाख का पुरस्कार तथा पदक व प्रमाण पत्र, और उत्कृष्ट वेद विद्यार्थी नारायण लाल शर्मा राजस्थान को तीन लाख का पुरस्कार, पदक व प्रमाण पत्र प्रदान किया गया।