Wednesday, March 12, 2025
26.1 C
Faridabad
इपेपर

रेडियो

No menu items!
HomeLATESTDivya Deshmukh : ग्रैंडमास्टर दिव्या देशमुख के इस खुलासे ने चौंकाया

Divya Deshmukh : ग्रैंडमास्टर दिव्या देशमुख के इस खुलासे ने चौंकाया

Google News
Google News

- Advertisement -

भारत की शतरंज खिलाड़ी दिव्या देशमुख (Divya Deshmukh) के एक आरोप ने सबको चौंका दिया है। देशमुख ने टाटा स्टील मास्टर्स के दौरान अपने साथ हुए दुर्व्यवहार के बाद यह आरोप लगाय है। उन्होंने कहा है कि हाल ही में नीदरलैंड के विज्क आन जी में टाटा स्टील मास्टर्स के दौरान दर्शकों की ओर से लिंगभेद का सामना करना पड़ा।

शतरंज की दिग्गज खिलाड़ी देशमुख (Divya Deshmukh) ने कहा कि इस दौरान दर्शकों का फोकस उनके बाल, कपड़े और लहजे जैसी गैर जरूरी बातों पर था। नागपुर की 18 वर्ष की अंतरराष्ट्रीय मास्टर ने सोशल मीडिया पर लंबी पोस्ट में अपने इस खराब अनुभव के बारे में अपनी बात रखी है।

उन्होंने लिखा कि मैं काफी समय से इस पर बोलना चाहती थी। लेकिन, टूर्नामेंट खत्म होने का इंतजार कर रही थी। मैंने देखा है कि शतरंज में दर्शक महिला खिलाड़ियों को बहुत हलके में लेते हैं। हाल ही में मैने खुद यह अनुभव किया। मैंने कुछ मैचों में बहुत अच्छा प्रदर्शन किया जिस पर मुझे गर्व है। मुझे लोगों ने बताया कि दर्शकों का ध्यान मेरे खेल पर था ही नहीं बल्कि बाकी गैर जरूरी चीजों जैसे मेरे कपड़े, बाल, लहजे पर था।

देशमुख (Divya Deshmukh) चैलेंजर श्रेणी में 4.5 स्कोर करके 12वें स्थान पर रही थीं। उन्होंने कहा कि पुरुष खिलाड़ियों को उनके खेल के लिए जाना जाता है, जबकि महिलाओं के मामले में उलटा है। उन्होंने कहा कि मैं इससे काफी दुखी थी।

भारतीय ग्रैंडमास्टर ने कहा कि यह काफी दुखद है कि जब महिला शतरंज खेलती है तो वह कितना भी अच्छा खेले, लोग खेल पर ध्यान नहीं देते। महिला खिलाड़ियों को रोजाना इस तरह की चीजों का सामना करना पड़ता है। मैं तो अभी 18 साल की ही हूं। मैंने इतने साल तक ऐसी ही गैर जरूरी चीजों पर यह सब झेला है। मुझे लगता है कि महिलाओं को भी समान सम्मान मिलना चाहिए।

खबरों के लिए जुड़े रहे : https://deshrojana.com

- Advertisement -
RELATED ARTICLES
Desh Rojana News

Most Popular

Must Read

महाकुम्भ के बाद अब संगम की रेती उगलेगी सोना, पांच लाख प्रतिमाह कमाई का अवसर

*मेले के बाद स्थानीय किसानों ने बड़े पैमाने पर शुरू की तरबूज, ककड़ी, खीरे और खरबूजे की खेती**सीएम योगी के निर्देश पर इस बार...

प्रसिद्धि की बैसाखी बनता साहित्य में चौर्यकर्म

-डॉ. सत्यवान सौरभसाहित्यिक चोरी साहित्यिक क्षेत्र में एक बड़ी चुनौती बन गई है, जहाँ एक लेखक के विचारों, शब्दों या रचनाओं पर दूसरे लेखक...

महाकुंभ में सपना बनी ‘हवाई चप्पल’ वालों ने की हवाई यात्रा ?

                                                                    निर्मल रानी                       रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम (आरसीएस) ‘उड़ान’ का शुभारंभ करते हुये आठ वर्ष पूर्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि ' हम...

Recent Comments