Ram Mandir’s first anniversary: अयोध्या में शनिवार, 11 जनवरी को राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ से जुड़े समारोह की शुरुआत हो गई। इस अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु अयोध्या पहुंचे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस मौके पर देशवासियों को बधाई दी और राम मंदिर की दिव्यता और ऐतिहासिक महत्व की सराहना की। वर्षगांठ समारोह की शुरुआत यजुर्वेद के पाठ से हुई। इसके बाद दोपहर 12:20 बजे भगवान राम की भव्य आरती का आयोजन होगा, जिसके बाद भगवान को 56 व्यंजनों का भोग अर्पित किया जाएगा। इस अवसर पर रामलला के दरबार को फूलों से सजाया गया है, जो इस समारोह को और भी भव्य बना रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक पोस्ट के माध्यम से अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ पर समस्त देशवासियों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने लिखा, ‘‘अयोध्या में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा की प्रथम वर्षगांठ पर समस्त देशवासियों को बहुत-बहुत शुभकामनाएं। सदियों के त्याग, तपस्या और संघर्ष से बना यह मंदिर हमारी संस्कृति और अध्यात्म की महान धरोहर है।’’ मोदी ने यह भी कहा, ‘‘मुझे विश्वास है कि यह दिव्य-भव्य राममंदिर विकसित भारत के संकल्प की सिद्धि में एक बड़ी प्रेरणा बनेगा।’’
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी ‘एक्स’ पर रामलला की एक तस्वीर साझा करते हुए कहा, ‘‘हम चाकर रघुवीर के…जय श्री राम!’’ उन्होंने अपनी पोस्ट में राम के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त करते हुए रामायण के श्लोक ‘‘रामाय रामभद्राय रामचन्द्राय वेधसे। रघुनाथाय नाथाय सीतायाः पतये नमः॥ जय जय श्री राम!’’ को साझा किया।
समारोह में शामिल होने पहुंचे श्रद्धालुओं ने इस आयोजन को लेकर अपनी खुशी व्यक्त की। अयोध्या के स्थानीय निवासी अनूप मिश्रा ने बताया, ‘‘जनवरी 2024 में जब प्राण प्रतिष्ठा की गई थी, तब हम राम जन्मभूमि नहीं पहुंच पाए थे, लेकिन इस बार हम पहली वर्षगांठ पर रामलला के दरबार में पहुंचकर भाग्यशाली महसूस कर रहे हैं।’’ भोपाल से आई एक श्रद्धालु सरला माहेश्वरी ने भी कहा, ‘‘हम वर्षगांठ समारोह में भाग लेने के लिए दो दिन पहले अयोध्या पहुंचे थे, और आज हम भगवान के दर्शन करेंगे, यह सोचकर बहुत उत्साहित हैं।’’
राम मंदिर ट्रस्ट के अनुसार, 11 से 13 जनवरी तक आयोजित होने वाले इस समारोह में आम लोगों को भी शामिल किया जाएगा, जो पिछले साल ऐतिहासिक समारोह में शामिल नहीं हो पाए थे। करीब 110 वीआईपी मेहमानों को भी निमंत्रण भेजा गया है, जिनमें से कई 22 जनवरी, 2024 को प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल नहीं हो सके थे। इस आयोजन के दौरान अंगद टीला स्थल पर एक जर्मन हैंगर टेंट लगाया गया है, जिसमें 5,000 लोगों की मेजबानी के लिए व्यवस्था की गई है।
इस भव्य समारोह में शास्त्रीय सांस्कृतिक प्रस्तुति, अनुष्ठान और दैनिक राम कथा प्रवचन भी होंगे। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा था कि ट्रस्ट ने आम लोगों को आमंत्रित करने का निर्णय लिया है ताकि वे इस ऐतिहासिक अवसर का हिस्सा बन सकें। ट्रस्ट ने यह भी कहा कि 110 अति विशिष्ट व्यक्तियों (वीआईपी) को निमंत्रण पत्र भेजे गए हैं, जिनमें से कई पहले इस आयोजन में भाग नहीं ले सके थे।
22 जनवरी, 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में अयोध्या में राम मंदिर में नए रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की गई थी, जो भारतीय इतिहास का एक महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक क्षण था।