उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि “बबुआ अभी बालिग नहीं हुआ है”, और आरोप लगाया कि उनका आचरण राज्य के लोगों के हित में नहीं है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को प्रदेश की नौ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए प्रचार करते हुए भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवारों के पक्ष में रैलियों को संबोधित किया। योगी आदित्यनाथ ने खासकर करहल, खैर और सीसामऊ क्षेत्रों में आयोजित रैलियों में अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी के खिलाफ कड़ा बयान दिया।
अखिलेश यादव पर आरोप और ‘बालिग’ तंज
मुख्यमंत्री ने करहल विधानसभा क्षेत्र में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि कुछ लोग अपने जीवनभर के कार्यों से किसी न किसी तरह के चिह्न छोड़ जाते हैं। उन्होंने अखिलेश यादव पर हमला करते हुए कहा, “बबुआ (अखिलेश यादव) अभी बालिग नहीं हुआ है, इसलिए कभी-कभी ऐसा काम कर देता है जिससे मैनपुरी वालों को भी संकट का सामना करना पड़ता है।” उन्होंने आगे कहा कि सपा नेताओं द्वारा लाल टोपी पहने जाने की परंपरा को भी निशाना बनाते हुए कहा, “लाल टोपी और काले कारनामे कभी पनपने मत दो, क्योंकि यह लोग प्रदेश को अराजकता में धकेलने का षड्यंत्र कर रहे हैं।”
मुलायम सिंह यादव का आचरण और सपा की स्थिति
योगी आदित्यनाथ ने सपा के संस्थापक और अखिलेश यादव के पिता, दिवंगत मुलायम सिंह यादव का भी उल्लेख किया। उन्होंने आरोप लगाया कि अखिलेश यादव का आचरण उनके पिता के आदर्शों के खिलाफ है। मुख्यमंत्री ने कहा, “अखिलेश यादव अब कांग्रेस के साथ खड़े हैं, जबकि उनके पिता हमेशा कांग्रेस के खिलाफ रहे।” उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सपा नेतृत्व ने मुलायम सिंह यादव के विचारों से मुंह मोड़ लिया है और पार्टी अब कांग्रेस के पास गिरवी रख दी गई है।
राम और कृष्ण के सम्मान पर सवाल
मुख्यमंत्री ने सपा पर धार्मिक मुद्दों पर राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सपा के नेता राम मंदिर के दर्शन करने नहीं गए, क्योंकि उन्हें डर था कि इससे उनके वोट बैंक में कमी आ सकती है। योगी ने कहा, “अगर आप कृष्ण-कन्हैया का सम्मान नहीं कर सकते तो हमारे वोट क्यों मांग रहे हैं?” उन्होंने यह सवाल किया कि क्या सपा मथुरा और वृंदावन के संबंध में सरकार की सोच का समर्थन करती है।
भाजपा का ‘डबल इंजन’ सरकार का मॉडल
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जनता को ‘डबल इंजन’ सरकार की आवश्यकता है, जैसे हरियाणा विधानसभा चुनाव में लोगों ने समर्थन दिया। उन्होंने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) पर भी टिप्पणी की और पूछा कि क्या विश्वविद्यालय को अल्पसंख्यक संस्था के रूप में रहना चाहिए या सामान्य संस्था के रूप में। मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि एएमयू मुसलमानों के लिए 50 प्रतिशत आरक्षण देने की व्यवस्था करता है, लेकिन यह आरक्षण भारत के संविधान के अनुसार नहीं है।
सपा-बसपा और कांग्रेस पर निशाना
मुख्यमंत्री ने सपा, बसपा और कांग्रेस पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि ये दल सिर्फ वोट बैंक की राजनीति करते हैं और देश की एकता और अखंडता के साथ खिलवाड़ करते हैं। उन्होंने कहा कि जब सपा और कांग्रेस की पार्टी सत्ता में आती है तो वह प्रदेश को बांटने का काम करती हैं। योगी आदित्यनाथ ने यह भी कहा कि सपा, बसपा और कांग्रेस एक ही थाली के चट्टे-बट्टे हैं, जो कभी भी राष्ट्रहित को ध्यान में नहीं रखते।
सपा और कांग्रेस पर अपराधियों का समर्थन करने का आरोप
मुख्यमंत्री ने माफिया और अपराधियों को लेकर भी सपा और कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा, “सपा सरकार में माफिया और दंगाइयों को गले लगाया गया, और ये लोग प्रदेश को दंगों में झोंकने का प्रयास कर रहे हैं।” योगी ने यह भी कहा कि कानपुर में हुए दंगों के बाद सपा क्यों मौन रही, और ऐसे लोगों को दोषी क्यों नहीं ठहराया गया।
चुनाव में जागरूकता की अपील
मुख्यमंत्री ने मतदाताओं से अपील की कि वे चुनाव में समझदारी से मतदान करें। उन्होंने कहा, “कांग्रेस, सपा और बसपा कभी भी आपकी भावनाओं के साथ खेलते हैं। आपको अपने वोट का सही इस्तेमाल करना है, ताकि प्रदेश का विकास हो सके और शांति बनी रहे।” योगी आदित्यनाथ ने उपचुनाव के प्रचार के दौरान सपा और कांग्रेस पर तीखा हमला किया और भाजपा के पक्ष में मतदान करने की अपील की। उन्होंने सपा और कांग्रेस को देश की एकता और अखंडता के खिलाफ काम करने वाले दलों के रूप में पेश किया और उनके द्वारा किए गए गलत कार्यों का विरोध किया।