अमेरिका के विस्कॉन्सिन स्थित एक मॉल में रिपब्लिकन सांसद ग्लेन ग्रोथमैन के कार्यालय में रविवार रात आग लगने का मामला सामने आया। यह घटना रात करीब एक बजे हुई, जब इमारत खाली थी। मौके पर पहुंची पुलिस और दमकलकर्मियों ने आग पर काबू पाया, जिससे इमारत को मामूली नुकसान हुआ। पुलिस ने बताया कि मॉल के बाहर आगजनी करते हुए 19 वर्षीय युवक को हिरासत में लिया गया। युवक ने बताया कि वह लोकप्रिय वीडियो-शेयरिंग एप टिकटॉक पर संघीय प्रतिबंध से नाराज था।
ग्रोथमैन ने अप्रैल में एक बिल का समर्थन किया था, जिसमें टिकटॉक की चीन स्थित मूल कंपनी को अपना अमेरिकी कारोबार बेचने का आदेश दिया गया था। पुलिस ने बताया कि युवक पर आगजनी का आरोप लगाया जाएगा।
बाइडन ने अश्वेत नेता मार्कस गार्वे सहित पांच को क्षमादान दिया
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने रविवार को अश्वेत राष्ट्रवादी मार्कस गार्वे को मरणोपरांत क्षमा कर दिया। गार्वे को 1920 के दशक में मेल धोखाधड़ी के लिए दोषी ठहराया गया था। गार्वे ने अश्वेत समुदाय को संगठित करने में अहम भूमिका निभाई थी और उनका प्रभाव मैल्कम एक्स जैसे नागरिक अधिकार नेताओं पर देखा गया।
इसके अतिरिक्त, बाइडन ने वर्जीनिया हाउस ऑफ डेलीगेट्स के स्पीकर डॉन स्कॉट, अप्रवासी अधिकार कार्यकर्ता रवि रागबीर, केम्बा स्मिथ प्राडिया, और बंदूक हिंसा रोकथाम अधिवक्ता डेरिल चैंबर्स को भी क्षमा दिया। बाइडन ने कहा कि इन व्यक्तियों की सजा राजनीति से प्रेरित थी।
भारत-अमेरिका संबंध: साझा मूल्यों पर जोर
अमेरिकी विदेश विभाग के वरिष्ठ अधिकारी रिचर्ड वर्मा ने भारत-अमेरिका संबंधों पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि दोनों देशों के रिश्ते केवल लेन-देन तक सीमित नहीं होने चाहिए। वर्मा ने कहा कि इन संबंधों को साझा मूल्यों और गहन सहयोग के आधार पर और मजबूत बनाया जाना चाहिए।
भारत में अमेरिका के पूर्व राजदूत वर्मा ने बताया कि मतभेदों के बावजूद दोनों देशों के बीच संबंध गतिशील और लाभकारी हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि अमेरिका और भारत तकनीकी सहयोग, खुफिया जानकारी साझा करने, और उन्नत प्रणालियों के संयुक्त उत्पादन और विकास में मिलकर काम कर सकते हैं।
बाइडन प्रशासन के साथ वर्मा का कार्यकाल भी समाप्त होने वाला है। बीते ढाई दशकों से वर्मा भारत-अमेरिका संबंधों को मजबूत बनाने में अहम भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने दोनों देशों के बीच अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था की रक्षा के लिए मिलकर काम करने की आवश्यकता पर बल दिया।