नगर निगम की लापरवाही से शहर में सीवर ओवरफ्लो की समस्या गंभीर हो चुकी है। रिहायशी कालोनियों में सीवर का पानी भरने से लोगों को बच्चों के रिश्ते करने में दिक्कत आ रही है। यदि रिश्ता तय हो भी जाए तो शादी के वक्त पर इस समस्या को लेकर सीएम को ट्वीट करना पड़ता है। जिसके बाद भी समस्या का अस्थाई समाधान नहीं होता। सीवर ओवरफ्लो की समस्या से एसजीएम नगर का एक परिवार काफी दुखी है। आज यानी सोमवार को उनकी बेटी के शादी है। समस्या को देख पांच दिन पहले उन्होंने शादी के लिए धर्मशाला तो बुक करवा ली। मेहमानों के आवागमन और शादी के अन्य कामों में उन्हें दिक्कत हो रही है। ऐसे में वे बेटी की शादी करें या समस्या के समाधान के लिए निगम कार्यालय के चक्कर काटें?
बुक करवानी पड़ी धर्मशाला:
एसजीएम नगर निवासी आशा ने बताया कि उनकी बड़ी बहन निशा की शादी पांच जून को है।पिछले कई दिनों से उनकी गली में सीवर का पानी भरा हुआ है। पहले उन्होंने गली में शादी करने का फैसला लिया था। लेकिन पड़ोसियों द्वारा शिकायत करने पर भी जब समस्या का समाधान नहीं हुआ तो उनके परिवार को आनन फानन में पांच दिन पूर्व धर्मशाला बुक करवानी पड़ी। लेकिन रिश्तेदारों का घर में लगातार आना जाना जारी है। ऐसे में रिश्तेदारों को बाइक अथवा स्कूटी की मददसे सीवर का दरिया पार करवाना पड़ रहा है। उनके पड़ोसी नगर निगम से लगातार शिकायत कर रहे हैं। लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है।
फैल रही हैं बीमारियां :
लकवे की बीमारी की शिकार बुजुर्ग रामवती का कहना है कि गंदा पानी भरने की समस्या यहां कई दिनों से है। ऐसे में मच्छरों के प्रकोप से यहां बीमारियां तो फैल ही रही है। साथ ही गंदे पानी से गुजरना मुश्किल हो गया है।
स्थाई समाधान नहीं करते:
ऊषा ने बताया कि शिकायत करने पर कभी कभार सीवर साफ कर देते हैं। लेकिन दोबारा समस्या होने पर शिकायत करने के बाद भी यहां कोई नहीं आता।
पहले भी हुई परेशानी :
रेखा ने बताया कि गत दिसंबर उनकी बेटी के दौरान भी यहीं समस्या थी। यहां की हालत देखकर बेटी के ससुराल वालों ने मकान बेच कर कहीं ओर जगह खरीदने की सलाह दी थी।
मिला सिर्फ आश्वासन :
सतनाम सिंह ने बताया कि उन्होंने विधायक के घर जाकर शिकायत की थी। जहां से सिर्फ आश्वासन ही मिल पाया। क्योंकि समस्या शिकायत के कई दिनों बाद भी बरकरार है।