बिहार सरकार जल्द ही पटना के मोइन-उल-हक क्रिकेट स्टेडियम के निर्माण और पुनर्विकास के लिए भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर करने जा रही है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई कैबिनेट बैठक में इस संबंध में निर्णय लिया गया। कैबिनेट सचिवालय के अपर मुख्य सचिव एस. सिद्धार्थ ने बताया कि राज्य खेल विभाग के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है, जिसके तहत स्टेडियम को अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस एक अंतरराष्ट्रीय स्तर का स्टेडियम बनाया जाएगा। यहां दिन-रात्रि मैचों सहित अन्य खेल गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा।
समझौते पर जल्द ही हस्ताक्षर होंगे और इसके बाद 36 महीने के भीतर निर्माण कार्य पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। निर्माण कार्य पूरा होने के बाद बीसीसीआई अगले सात वर्षों तक इस स्टेडियम में मैच और अन्य खेल गतिविधियों का आयोजन करेगा, और उसके बाद अर्जित लाभ को राज्य सरकार और बीसीसीआई के बीच 50-50 के आधार पर साझा किया जाएगा। बीसीसीआई के विशेषज्ञ यह सुनिश्चित करेंगे कि स्टेडियम अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप हो।
स्टेडियम में मानक आकार का क्रिकेट मैदान के साथ-साथ टेनिस, बास्केटबॉल, तैराकी, जिम और स्पा जैसी सुविधाएं होंगी। साथ ही, स्टेडियम में एक पांच सितारा होटल और छह कॉर्पोरेट आतिथ्य बॉक्स भी शामिल किए जाएंगे। परियोजना की कुल लागत एमओयू में स्पष्ट की जाएगी।