हिसार। पिछड़े वर्ग समाज ने नारनौंद स्थित कुम्हार धर्मशाला में बैठक कर सभी राजनैतिक दलों से लोकसभा व विधानसभा में आबादी व आरक्षण के हिसाब से सीटें देने की मांग की है। पिछड़े वर्ग कल्याण ट्रस्ट नारनौंद उपमण्डल के प्रधान एवं लोक सम्पर्क विभाग के रिटायर्ड डीआईपीआरओ सुरेन्द्र कुमार वर्मा कोथ ने कहा कि ओबीसी वर्ग के लिए देशभर में 27 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान है जिसमें बीसी “ए” का 16 प्रतिशत व बीसी “बी” का 11 प्रतिशत आरक्षण शामिल है परन्तु अभी तक उन्हें हक नहीं मिल पाया है। उन्होंनें जनसंख्या एवं आरक्षण के हिसाब से बीसी ए वर्ग को लाभ देने की मांग की है। उन्होंनें कहा कि यद्यपि हरियाणा में बीसी ए की आबादी लगभग 32 प्रतिशत है इसलिए आबादी के अनुपात में हरियाणा में तीन लोकसभा सीटें नामत: हिसार , सोनीपत व कुरूक्षेत्र बीसी ए को दी जानी चाहिए और प्रत्येक लोकसभा सीट से तीन-तीन विधानसभा के हिसाब से सीटें दी जानी चाहिए। उन्होंनें कहा कि राज्य के विधानसभा चुनाव में लगभग 30 सीटें बीसी ए को दी जानी चाहिए। इनमें हिसार लोकसभा क्षेत्र के अन्तर्गत बरवाला, नलवा व हिसार विधानसभा की सीटों एवं सोनीपत लोकसभा के तहत जींद, सफीदो व गोहाना की विधानसभा सीटों पर सबसे ज्यादा मजबूत दावेदारी बनती है जो बीसी ए वर्ग को दी जानी चाहिएं। इस बैठक में पिछडा़ वर्ग के युवा कपिल दिनोदिया व महेन्द्र सिंह लखेरा,साहिल कुमार व सचिन कुमार ने विशेष तौर से भाग लिया। मीडिया से बातचीत करते हुए पिछड़े वर्ग संगठन के प्रधान सुरेन्द्र वर्मा ने कहा कि सभी राजनैतिक दल पिछड़े वर्ग को वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल करते आएं हैं परन्तु अब बीसी समाज जागरूक हो चुका है और अपने हकों के लिए आवाज उठाना व संघर्ष करना भी सीख चुका है। इसलिए कोई भी राजनैतिक दल किसी भी प्रकार से पिछड़े वर्ग ए के हितों की अनदेखी ना करें और उन्हें लोकसभा व विधानसभा में उचित प्रतिनिधित्व दें अन्यथा बीसी समाज अपने उम्मीदवार उतारेगा और इसका खामियाजा राजनैतिक दलों को भुगतना पड़ेगा। उन्होंनें कहा कि जो राजनैतिक दल वर्ष 2024 के चुनाव में पिछड़े वर्ग के लोगों को अधिक से अधिक राजनीतिक भागीदारी देगा, समाज भी उसी का पूर्ण सहयोग व समर्थन करेगा। अब की बार चुनाव में पिछडे़ वर्गों की अनदेखी करने वाले राजनैतिक दलों को वोट की चोट के माध्यम से सबक सिखाया जाएगा। उन्होंनें कहा कि समय रहते राजनैतिक दल इस बारे विचार कर पिछड़े वर्ग ए के लोगों की आबादी या आरक्षण के हिसाब से राजनैतिक भागीदारी सुनिश्चित करें। उन्होंनें कहा कि राजनैतिक भागीदारी के बिना पिछडे़ वर्गों का लाभ, उत्थान व कल्याण सम्भव नहीं है।
यह भी पढ़ें : 11वीं इंटर कंपनी स्पोर्टस मीट में डीएचबीवीएनएल बना ओवरऑल चैंपियन
विधायिका एवं न्यायपालिका में पिछडे़ वर्गों के हितों
बैठक में विधायिका एवं न्यायपालिका में पिछडे़ वर्गों के हितों, आरक्षण व हकों बारे मंथन किया गया और विभिन्न राजनैतिक दलों एवं सरकार से मांग की गई कि पिछड़े वर्ग ए की राजनैतिक व अन्य सभी क्षेत्रों में उचित प्रतिनिधित्व व हिस्सेदारी सुनिश्चित की जाए। इस बैठक में संस्था के उपप्रधान जगदीश प्रजापति, उपप्रधान सुनेहरा जांगडा़, कोषाध्यक्ष रामफल रोहिल्ला, सचिव रमेश कुमार सोनी, मीडिया प्रभारी रविन्द्र कुमार, प्रेस सचिव अशोक रोहिल्ला, सह-प्रेस सचिव सुभाष सोनी, प्रचार सचिव नौरंगराय परिहार,सह-कोषाध्यक्ष शेरसिंह प्रजापति, महेन्द्रसिंह लखेरा, कपिल दिनोदिया,सतपाल जांगडा़,बलजीतसिंह सैन, साहिल कुमार, सचिव कुमार ने भी अपने-अपने विचार एवं सुझाव रखें और संगठन की मजबूती पर विशेष बल दिया। इस मौके पर पिछड़े वर्ग समाज की आगामी बैठक 10 मार्च को प्रातः 11 बजे कुम्हार धर्मशाला नारनौंद में बुलाने का फैसला भी लिया गया।’
लेटेस्ट खबरों के लिए जुड़े रहें : https://deshrojana.com