पल्ला स्थित सेहतपुर के सरकारी स्कूल के पास एक फोन कम्पनी की फाइवर लाइन डालने का कार्य किया जा रहा है। बुधवार की दोपहर को भी अन्य दिनों की भांति कार्य चल रहा था। लेकिन उसी दौरान आपस में तारों के मिलने से ब्लास्ट हो गया। कालोनी वासियों ने सोचा की ट्रांसफार्मर फट गया है। हालांकि उक्त स्थान पर पहुंची पुलिस ने बताया कि किसी तरह का कोई ट्रांसफार्मर नहीं फटा है। वहीं घायलों का कहना था कि ट्रांसफार्मर में ब्लास्ट हुआ है। वहीं बिजली कर्मचारियों ने मौके पर पहुंचकर बिजली को चालू किया, तो उन्होंने कहा कि लाइन में दो तारों के मिलने स्पार्किंग हुई होगी, जिससे यह घटना घटित हुई है।
पांच झुलसे:
सेहतपुर के सरकारी स्कूल के निकट दो बच्चियां दुकान से खाने का सामान लंच के दौरान खरीद रही थी। उसी दौरान वहां फोन की वायर डाली जा रही थी। हाईटेंशन वायर डालने के दौरान स्पार्किंग हो गई, जिससे मौके पर मौजूद 13 वर्षीय बच्ची काजल और 14 वर्षीय बच्ची काजल कुमारी के अलावा मौके पर मौजूद 32 वर्षीय सोनू, 35 वर्षीय संदीप और 46 वर्षीय राज किशोर बुरी तरह से झुलस गए। जिस पर उन्हें रेफर कर दिया गया।
मरीजों का कथन:
स्कूल की बच्चियों और झुलसे व्यक्तियों ने बताया कि हम दुकान गए थे, ट्रांसफार्मर फट गया। जिससे हम झुलस गए। लंच के दौरान वह दुकान से सामान खरीद रहे थे, उसी दौरान ट्रांसफार्मर फट गया। वहां खडे तीन लोग भी झुलस गए।
पुलिस व बिजली विभाग का कथन:
मौके पर जांच में जुटे पुलिसकर्मियों ने बताया कि ट्रांसफार्मर फटने जैसा वहां कुछ नहीं मिला। उन्होंने बताया कि बिजली के तारो की स्पार्किंग हो सकती है। वहीं बिजली कर्मियों का कहना था कि बिजली के तारो से फोन की हाईटेंशन फाइबर केवल टच होने के कारण धमका हुआ है, जिससे यह सभी लोग झुलसे है।
रेफर कर झाड़ा पल्ला:
झूलसकर आए रोगियों के लिए बीके अस्पताल में जो बिस्तर उपलब्ध करवाये गए, उन पर न तो पंखे थे और न ही उन्हें इलाज की यहां सुविधाएं उपलब्ध हो सकी। स्कूली बच्चे तो प्राथमिक उपचार के बाद यहां भर्ती रहे। वहीं दूसरी तरफ झूलसे व्यक्तियों को यहां से रेफर कर अपना पल्ला झाड़ दिया गया। ऐसे में वह सभी एक निजी अस्पताल में जाने को मजबूर हो गए।