डीसीपी सेंट्रल पूजा वशिष्ठ के दिशा निर्देश तथा एसीपी साइबर अभिमन्यु गोयत के मार्ग दर्शन तहत कार्रवाई करते हुए साइबर थाना सेंट्रल प्रभारी सतीश कुमार व उनकी टीम ने आरोपियों द्वारा लोगों को झांसा देकर मोबाइल टावर लगवाने के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है।
एसीपी साइबर अभिमन्यु गोयत ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी विक्रांत दिल्ली के विजय विहार, प्रदीप हिसार, रिसाल तथा अजीत बुलंद शहर का रहने वाले हैं। आरोपी मोबाइल टावर लगाने के नाम पर लोगों के साथ धोखाधड़ी की वारदात को अंजाम देते हैं। आरोपी गूगल पर अपना फर्जी विज्ञापन डालते हैं। जिसमें वह बताते हैं कि यदि कोई भी व्यक्ति अपनी जमीन पर जिओ कंपनी का 5जी मोबाइल टावर लगवाता है तो उसे 50 हजार रुपये हर महीना दिया जाएगा। विज्ञापन को देखकर कई लोग इसके लालच में आ जाते हैं और साथ ही नौकरी की बात सुनकर उन्हें यह आश्वासन मिल जाता है कि उनकी जॉब गारंटी पक्की हो गई है।
जब वह व्यक्ति अपनी जमीन पर मोबाइल टावर लगवाने की सहमति प्रदान कर देता है तो उसके पश्चात आरोपियों का खेल शुरू होता है और वह अलग-अलग बात का बहाना बनाकर उस व्यक्ति से पैसे ऐंठते हैं। इसी प्रकार का झांसा देकर आरोपियों ने फरीदाबाद निवासी एक व्यक्ति से 68 हजार रुपये ठग लिए। पीड़ित ने इसकी शिकायत साइबर थाने में दी थी। इसके पश्चात थाने में षड्यंत्र व धोखाधड़ी की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज करके मामले में जांच शुरू की गई। पुलिस ने मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपियों को दिल्ली, हांसी तथा बुलंद शहर एरिया में दबिश देकर उन्हें काबू कर लिया।
आरोपियों के कब्जे से वारदात में प्रयोग तीन मोबाइल फोन, एक सिम कार्ड व 30 हजार रुपये बरामद किए गए। आरोपियों को अदालत में पेश करके पुलिस रिमांड पर लिया गया। जिसमें पुलिस पूछताछ में सामने आया कि इस गिरोह का सरगना आरोपी विक्रांत है। आरोपी रिशाल तथा अजीत इन्हें फर्जी सिम कार्ड और बैंक खाते उपलब्ध करवाते हैं। वहीं आरोपी प्रदीप इनकी वेबसाइट मैनेज करता है। पुलिस रिमांड पूरा होने के पश्चात आरोपियों को अदालत में पेश करके जेल भेज दिया गया है।