देश रोज़ाना: हरियाणा में लगातार मुख्यमंत्री मनोहर लाल लोगों की समस्याओं को जानने के लिए जनसंवाद कार्यक्रम आयोजित करते है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल के इस कार्यक्रम पर विधायक एवं प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य जसबीर मलौर ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का जनसंवाद कार्यक्रम पूरी तरह से विफल साबित हो रहा है। वास्तव में यह जनसंवाद कार्यक्रम न होकर जन अपमान कार्यक्रम बन चुका है। पहले तो इस कार्यक्रम में आम जनता का अपमान होता था लेकिन अब तो सभी हदें पार करते हुए अपनी ही पार्टी के पार्षदों को अपमानित करना शुरू हो चुका है।
अंबाला में आयोजित जनसंवाद कार्यक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री सत्ता के नशे में इतने चूर है कि सभी मर्यादाओं को दरकिनार करते हुए जनसंवाद कार्यक्रमों में जनहित के मुद्दे उठाने वाले प्रदेशवासियों को सार्वजनिक तौर पर अपमानित कर रहे है। सिरसा में इस कार्यक्रम में अपनी आवाज उठाने वाली महिला सरपंच को मंच से नीचे उतार दिया जाता है। इसी प्रकार सोनीपत में एक भाजपा कार्यकर्ता ने जब सरकार और प्रशासन की खामियों को उठाने का प्रयास किया तो मुख्यमंत्री उसे पंडाल से बाहर फेंकने का आदेश देते है। हिसार में एक बजुर्ग महिला जब महिला रोजगार की मांग उठाते है तो उसे चंद्रयान में भेजने की बात कहकर जनता में उसका उपहास उड़ाया जाता है। एक तरफ “बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ” का ढिंढोरा पीटने वाली भाजपा अपने कार्यक्रमों में महिलाओं को अपमानित करती है। वहीं दूसरी ओर “बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ” का नारा देती है।
पूर्व सरकारों के समय मे जब मुख्यमंत्री किसी विधानसभा क्षेत्र में जाते थे तो जनता की समस्याएं सुनने के साथ- साथ करोड़ो रूपये की विकास घोषणा किया करते थे। लेकिन, भाजपा सरकार के कार्यकाल में प्रधानमंत्री से लेकर मुख्यमंत्री, मंत्री और विधायक सिर्फ अपने मन की बात सुनाने में लगे हुए है और जनता की आवाज कोई भी सुनने को तैयार नही है।
अंबाला में हुआ जनसंवाद कार्यक्रम जनता का संवाद ना होकर बल्कि भाजपा पार्षदों का कार्यक्रम बन गया था। सच्चाई ये है कि भाजपा – जजपा सरकार अपने वादों पर खरा नहीं उतरी और जनता में भाजपा की नीतियों को लेकर रोष है। मुख्यमंत्री जनता के सीधे सवालों का जवाब नहीं दे सकते है। इसलिए वो सिर्फ भाजपा कार्यकर्ताओं से संवाद कर रहे हैं ।