देश रोज़ाना: हरियाणा में दिवाली का त्यौहार बीत जाने के बाद भी प्रदूषण का स्तर कम नहीं हो रहा है। प्रदूषण अभी भी खतरनाक श्रेणी पर बना हुआ है। जो लोगों के स्वास्थ्य को काफी नुकसान पहुंचा रहा है। हालांकि गुरूवार को थोड़ी गिरवाट दर्ज की गई है। लेकिन, अब भी प्रदूषण खरतनाक श्रेणी पर ही बना हुआ है।
प्रदूषण का स्तर अब भी खतरनाक लेवल पर होने का एक मुख्य कारण दिवाली पर होने वाली आतिशबाजी भी है। लोगों ने अब भी काफी आतिशबाजी की है। जिसके कारण भी आसमान में काफी प्रदूषण छाया हुआ है। जिन शहरों में प्रदूषण पर काबू पाने के लिए पानी का छिड़काव किया था उन शहरों में फिर से प्रदूषण लौट आया है और वजह है दिवाली पर होने वाली आतिशबाजी।
जिलों में प्रदूषण का स्तर
गुरुग्राम का एक्यूआई 386, फरीदाबाद का एक्यूआई 384, धारूखेड़ा का 375, हिसार का 357, रोहतक का 342, कैथल का 310, नारनौल का 335, मानेसर का 321 और कैथल का 310 दर्ज किया गया है। पिछले दिनों हुई बारिश से इन शहरों को थोड़ी राहत मिली थी, मगर दिवाली की रात हुई आतिशबाजी से इन शहरों का प्रदूषण फिर से लौट आया है।
हर साल सुप्रीम कोर्ट के द्वारा आदेश दिया जाता है कि भारत की पटाखे नहीं जलाए जायंगे लेकिन फिर भी हर साल उतने ही पटाखे हर साल जलाए जाते है। कोर्ट के आदेश सिर्फ आदेश ही बनकर रह जाते है। उन आदेशों पर कोई भी समाज का व्यक्ति खरा नहीं उतरता है। प्रदूषण पर काबू पाने के लिए एक-दो के बदलने से कुछ नहीं होगा। पुरे समाज को प्रदूषण रोकने में प्रशासन का सहयोग करना होगा।