कविता
बादशाह खान सिविल अस्पताल में इन दिनों दलालों का बोल बाला है। ऐसाही मंगलवार को बीपी, शूगर हाई होने पर एक मरीज को चिकित्सकों ने रेफर कर दिया। अपातकालीन कक्ष में तिमारदारों को स्टेचर ले जाते देख एक दलाल ने उन्हें रोक कर पूछताछ की तोउसे पता चलाकि मरीज को दिल्ली रेफर किया गया है। ऐसे में दलाल उन्हें मरीजको निजी अस्पताल में ले जाने की सलाह देने लगा। तभी मौके पर पहुंचे देश रोजाना संवादाता ने उस व्यक्ति की वीडियो बनाते हुए पूछताछ शुरू की तो दलाल वहां से भाग खड़ा हुआ। सूचना मिलने पर पीएमओ डॉ सविता यादव ने आरएमओ डॉ रोहित गौड को मौके पर भेज दिया। उन्होंने दलाल की शिकायत पुलिस से कर दी है। निजी अस्पतालों और प्रयोगशालाओं के दलाल बीके अस्पताल में मरीजों के तिमारदारों को आए दिन अपने जाल में फंसा रहे हैं।
निजी अस्पताल बेहतर:
‘दलाल-स्टेचर कहा ले जा रहे हो। तीमारदार बाप बेटी-मरीज को एम्स रेफर किया गया है। दलाल-एम्सदूर पडेगा यहां अच्छे निजी अस्पताल है। तीमारदार-मरीज की हालत खराब है, उसका बीपी और शुगर बढ़ा हुआ है। बचने के चांस दस प्रतिशत है। दलाल-निजी अस्पताल बेहतर है, खर्च भी कम आएगा।’ कुछ इस तरह से अपातकालीन कक्ष में ड्यूटी डॉक्टर के कमरा नम्बर 38 के सामने दलाल मरीज के तीमारदारों को बरगला कर निजी अस्पताल में ले जाने का प्रयास कर रहा था। पूछताछ करने परदलाल ने बताया कि मेरा नाम दिनेश है। उस दौरान अस्पताल की सुपरवाइजर किरण भी मौके पर थी। लेकिन वह भी दलाल को पकड़ नहीं सकी। वहीं आरएमओ ने दलाल को खोजने के लिए सुरक्षा कर्मी और पुलिस को पीछे लगाया। लेकिन आरोपी दलाल मौके से भाग निकलने में कामयाब हो गया।
पहले भी शिकायत:
मधु देवी का शुगर लो हो गया था। उन्हें पति मोती लाल सविता ने बीके अस्पताल में भर्ती करवाया था। अपातकालीन कक्ष में 24 घंटे रखने के लिए चिकित्सक ने कहा था। अगले दिन सुबह एक निजी प्रयोगशाला का दलाल आया और कहा कि अपने मरीजों का सैम्पल करवा लो। क्योंकि आज बीके की प्रयोगशाला बंद है, दोपहर तक रिपोर्ट मिल जाएगी। मोती लाल सविता को उस दलाल ने कार्ड पकड़ा दिया और फोन करके बुलाकर सैम्पल लेने की बात कह कर चला गया। ऐसे में बीके से लैबकर्मी पहुंचा, तब मोती लाल ने उन्हें यह बात बताई, तो प्रयोगशाला कर्मी ने इसकी बात आज तक किसी को नहीं बताई। ऐसे ही दलालों को अस्पताल में बढ़ावा मिल रहा है। जिससे उनकी सक्रियता बढ़ रही है।