New Battalions for CISF: केंद्र सरकार ने केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के लिए दो नई बटालियनों को मंजूरी दी है, जो हवाई अड्डों, परमाणु ऊर्जा संयंत्रों और अन्य महत्वपूर्ण स्थानों की सुरक्षा करेंगे। इस निर्णय से सीआईएसएफ के कर्मचारियों की संख्या लगभग 2 लाख तक पहुँच जाएगी। गृह मंत्रालय ने सोमवार को इस मंजूरी की घोषणा की। नई बटालियनों के गठन से न केवल बल की क्षमता बढ़ेगी, बल्कि यह राष्ट्रीय सुरक्षा को भी मजबूत करेगा और 2,000 से अधिक लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर उत्पन्न होंगे।
सीआईएसएफ एक प्रमुख सुरक्षा बल है जो देश भर के हवाई अड्डों, परमाणु संयंत्रों, ऐतिहासिक स्मारकों और अन्य महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा करता है। इसमें कुल 12 रिजर्व बटालियनों का गठन किया गया है, जिनमें प्रत्येक में 1,025 कर्मी होते हैं। अब, इन दो नई बटालियनों से सीआईएसएफ की ताकत और बढ़ेगी, जिससे वह अपने बढ़ते सुरक्षा कार्यों को और बेहतर तरीके से निभा सकेगा। इसके साथ ही, हाल ही में एक महिला बटालियन को भी मंजूरी दी गई थी, जो बल की विविधता और समग्र क्षमता को और बेहतर बनाएगी।
सीआईएसएफ का प्रमुख कार्य हवाई अड्डों की सुरक्षा करना है, और यह देश के 68 नागरिक हवाई अड्डों की सुरक्षा करता है। इसके अलावा, सीआईएसएफ विभिन्न महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों जैसे परमाणु और एयरोस्पेस क्षेत्र, ताजमहल और लाल किला जैसी ऐतिहासिक धरोहरों की सुरक्षा भी करता है। आतंकवाद-रोधी सुरक्षा उपायों के तहत भी सीआईएसएफ की महत्वपूर्ण भूमिका है, जो देश की सुरक्षा में अहम योगदान देता है।
नई बटालियनों की मंजूरी से सीआईएसएफ के कर्मचारियों को आंतरिक सुरक्षा के बढ़ते जरूरतों के साथ-साथ भविष्य में उत्पन्न होने वाली अन्य चुनौतियों का सामना करने के लिए बेहतर तरीके से तैयार किया जाएगा। यह कदम राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा और देशभर में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करेगा।