भारत बनाम इंडिया नाम को लेकर जो बवाल मचा पड़ा है इसी बीच बिहार के पटना में वीर चंद पथ स्थित जदयू प्रदेश कार्यालय के कांफ्रेंस हॉल में इंडिया गठबंधन का बैनर लगाया गया,जिसे कुछ देर बाद ही हटा लिया गया।
दरअसल पूरा मामला ये है कि इस बैनर पर 16 गठबंधन के शीर्ष नेताओं की तस्वीर भी लगी थी,इसके साथ ही गठबंधन के सूत्रधार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की फोटो भी थी। लेकिन इस बैनर में डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव और जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष लल्लन सिंह की तस्वीर नहीं थी। पार्टी नेतृत्व को इसकी जानकारी जब लगी तो प्रदेश जदयू अध्यक्ष उमेश कुशवाहा के निर्देश पर तत्काल प्रभाव से इस बैनर को हटा लिया गया। तो वहीं जदयू के प्रदेश प्रवक्ता नीरज कुमार, राहुल शर्मा और अंजुम आरा की तरफ से प्रेस कॉन्फ्रेंस भी होनी थी।
जिसका मसला इंडिया बनाम भारत था। ठीक कॉन्फ्रेंस से पहले गठबंधन के नेताओं की तस्वीरों वाला यह बैनर लगाया गया,जिसमें नारा लिखा गया “चक दे इंडिया और जीतेगा इंडिया”। हालांकि इसमें कहीं भी भारत शब्द नहीं था। अब अंदरखाने जो खबरें मिल रही है उसके मुताबिक बैनर हटाने का एक कारण ये भी है। हालांकि कहा ये भी जा रहा है कि पार्टी अध्यक्ष लल्लन सिंह को भी जब इस बैनर की जानकारी मिली तो उन्होंने यह कहा कि ऑफिस में कोई भी व्यक्तिगत कुछ नहीं लगाएगा,न लगने देगा।
अब मामला इंडिया बनाम भारत का है या बैनर में डिप्टी सीएम और लल्लन सिंह की गायब तस्वीर का है ये तो पार्टी और इस बैनर को बनवाने वाले ही जाने लेकिन अब बात निकली है तो दूर तलक जरूर जाएगी।
गौरतलब है कि भले ही नीतीश ये कह चुके हो कि वे संयोजक नहीं बनना चाहते हो क्योंकि वे तो सभी को साथ लाना चाहते थे और वो काम उन्होंने किया भी है। लेकिन उनके ना कहने से क्या होता है क्योंकि सुशासन बाबू नीतीश कुमार के चाहने वाले तो उन्हें सिर्फ संयोजक ही नहीं बल्कि प्रधानमंत्री की कुर्सी पर देखना चाहते है।