देश रोज़ना: क्रिकेटर की दुनिया में एक ऐसा खिलाड़ी, जो हाथ में गेंद लेकर दौड़ना शुरू करता था, तो बल्लेबाज के मन में खौफ पैदा हो जाता था। अब आप यह सोच रहे होंगे कि खेलों की दुनिया में ऐसा कौन सा खिलाड़ी है। हम बात कर रहे हैं माइकल होल्डिंग की। जिन्होंने दुनिया के बड़े से बड़े बल्लेबाज को डर का खौफ दिखाया है क्योंकि कैरेबियाई गेंदबाज का निशाना स्टैंड से ज्यादा बल्लेबाज के सिर पर होता था। जिसके कारण सभी खिलाड़ी डर जाते थे।
माइकल होल्डिंग में इंटरनेशनल क्रिकेट में 1975 में कदम रखा था जिसके 1 साल बाद ही इस गेंदबाज ने दुनिया के सामने अपने हुनर का प्रदर्शन किया। 1976 का साल और वेस्टइंडीज इंग्लैंड के दौरे पर थी। यह वह सीरीज है जिसमें वर्ल्ड क्रिकेटर ने पहली बार क्लाइव लॉयड की कप्तानी में वेस्टइंडीज को विकराल रूप दिखाया था।
वेस्टइंडीज मैच का टेस्ट मैच होने थे जिनमें से 2 कैरेबियाई टीम पहले ही अपने नाम कर चुकी थी। इंग्लैंड पहली बार धरती पर टेस्ट सीरीज गंवाने के मुहाने पर खड़ी थी। पांचवी टेस्ट में इंग्लिश टीम को सम्मान बचाने की लड़ाई लड़नी थी।
ओवर की पिच को बल्लेबाजों के लिए स्वर्ग बना जाता था लेकिन होल्डिंग ने अपनी गेंदबाजी से उस दिन मैदान को इंग्लिश बैटल्स के लिए नर्क से भी बदतर बना दिया था। पहले इनिंग में कहर बरपा नी के बाद होल्डिंग इंग्लैंड के बल्लेबाजों को दूसरी पारी में ही बेहाल कर दिया जिसके बाद 6 विकेट अपनी झोली में डाले। पोलिंग की गेंदबाजी के दम पर वेस्टइंडीज ने टेस्ट मैच को 231 रनों से जीतकर बड़ी सफलता हासिल की।