मणिपुर। कांग्रेस नेता राहुल गांधी दो दिन के मणिपुर दौरे पर गुरुवार को इंफाल पहुंचे। जहां विष्णुपुर के पास पुलिस ने उनके काफिले को रोक दिया। वे चूराचांदपुर रिलीफ कैंप में पीड़ितों से मिलने जा रहे थे। पुलिस का कहना है कि रास्ते में हिंसा होने की आशंका है इसलिए काफिले को रोका गया। काफिला वापस इम्फाल की तरफ लौटने लगा है। बिष्णुपुर के एसपी ने कहा कि हमारे लिए उनकी सुरक्षा प्राथमिकता है। इसलिए राहुल समेत किसी को भी आगे जाने नहीं दिया जा सकता है। राहुल का काफिला अब लम्बी जद्दोजहद के बाद वापस इंफाल हवाई अड्डे की तरफ लौट रहा है। इसी बीच कुछ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने बैरिकेड तोड़ने की कोशिश की। पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़ कर भीड़ पर काबू पाया।
मणिपुर में 30 जून तक रहेंगे राहुल
जिसके बाद कांग्रेस के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि पुलिस ने कहा है कि वे इस समय हमें इजाजत देने की स्थिति में नहीं है। जबकि राहुल का स्वागत करने के लिए लोग सड़क की दोनों ओर खड़े नज़र आ रहे हैं। हम समझ नहीं पा रहे कि आखिर उन्होंने हमें क्यों रोका है। राहुल गांधी को मणिपुर के सभी राहत शिविरों का दौरा करना है और सिविल सोसाइटी के नेताओं से भी मुलाकात करनी है। इस दौरान वे मणिपुर में 30 जून तक रहेंगे। इसके अलावा मणिपुर कांग्रेस अध्यक्ष ओकराम इबोबी सिंह ने बताया कि इस दौरान राहुल का कई नेताओं और सीनियर सिटीजन से भी मिलने का भी प्रोग्राम है।
हिंसा में 131 लोग की गई जान
मणिपुर में कुकी और मैतेई समुदाय के बीच 3 मई से हिंसा जारी है। हिंसा में अब तक करीब 131 लोगों की जान जा चुकी है। वहीं 419 लोग घायल हुए हैं। करीब 65,000 से भी ज़्यादा लोग अपना घर छोड़ चुके हैं। आगजनी की भी 5 हजार से ज्यादा घटनाएं हुई हैं। इसके अलावा 144 लोगों की गिरफ्तारी हुई और 6 हजार मामले दर्ज हुए हैं। हिंसा के चलते राज्य में इंटरनेट पर 30 जून तक प्रतिबंध बढ़ा दिया गया है। 36 हजार सुरक्षाकर्मी और 40 IPS राज्य में तैनात किए गए हैं।