सुनहरे भविष्य की तैयारी वर्तमान में करने वाले भाजपा के प्रमुख चुनाव प्रचारक अमित शाह एक सच्चे दूरदर्शी हैं। आम चुनाव में करीब एक साल का समय बचा है, लेकिन शाह केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए तीसरा कार्यकाल सुनिश्चित करने में निरंतर जुटे हुए हैं और देश भर में चुनाव प्रचार करने में व्यस्त हैं।
चिलचिलाती धूप का सामना करते हुए शाह देश भर में पार्टी नेताओं से मिल रहे हैं और कई सार्वजनिक रैलियों में भाग ले रहे हैं, जिसमें वह प्रधानमंत्री मोदी के सक्षम नेतृत्व में एक मजबूत सरकार की वकालत और 300 से अधिक सीटों के साथ स्पष्ट व पूर्ण जनादेश का दावा कर रहे हैं।
जहाँ एक ओर शाह स्थानीय नेताओं के साथ बैठकें कर के अपनी रणनीतियों से चुनाव जीतने और संगठन को मजबूत बनाने में लगे हुए हैं, वहीं दूसरी ओर सार्वजनिक रैलियों में मोदी शासन के नौ साल के तहत देश में हुए बड़े बदलाव पर प्रकाश डालकर यह बताने में लगे हैं कि कैसे कांग्रेस की चार पीढ़ियों के शासन की तुलना में मोदी ने नौ वर्षों में गरीबों के लिए अधिक अच्छा किया है। अमृतकाल में देश प्रगति के पथ पर अग्रसर है। उम्मीद के मुताबिक कांग्रेस और उसके पूर्व सांसद राहुल गांधी को हार का सामना करना पड़ रहा है। एक अनुभवी प्रचारक के रूप में, शाह ने इस बात पर प्रकाश डाला कि कांग्रेस सरकार की चार पीढ़ियों के दौरान देश में गरीबी कैसे बनी रही।
गुजरात के पाटन में एक रैली में शाह ने राहुल गांधी की आलोचना करते हुए कहा, ‘राहुल बाबा गर्मी से बचने के लिए छुट्टियाँ मनाने विदेश जा रहे हैं। वह विदेश की धरती पर देश की आलोचना करते रहते हैं। मैं राहुल गांधी को अपने पूर्वजों से सीखने का सुझाव देना चाहता हूँ।’
मोदी जी के नेतृत्व वाली राजग सरकार के नौ साल पूरे होने पर भाजपा के संपर्क कार्यक्रम के तहत शनिवार को महाराष्ट्र के नांदेड़ में एक रैली को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि गांधी परिवार के शासनकाल में गरीबों को उनकी बुनियादी जरूरतें जैसे आवास, शौचालय, रसोई गैस और अन्य सुविधाएँ कभी नहीं मिलीं।
रविवार को तमिलनाडु में शाह ने राज्य के लिए मोदी सरकार की उदारता पर प्रकाश डालते हुए स्टालिन सरकार पर तंज़ कसा। राज्य में द्रमुक-कांग्रेस सरकार की घोर विफलता की भाजपा नेता ने तीखी आलोचना की।
उन्होंने वेल्लोर में कहा, ‘तमिलनाडु के युवाओं के पास तमिल में परीक्षा देने का विकल्प नहीं था। हालाँकि अब ऑल इंडिया सर्विसेज, सीएपीएफ और एनईईटी की परीक्षाएँ तमिल भाषा में दी जा सकती हैं।’ विजाग में भी शाह ने कांग्रेस सरकार की खामियों को रेखांकित किया और दिखाया कि कैसे मोदी सरकार ने समाज की बेहतरी के लिए बुनियादी बदलाव किए हैं।
भाजपा नीत राजग ने 2019 में 542 लोकसभा सीटों में से 303 पर जीत दर्ज की थी। शाह ने उम्मीद जताया कि 2024 के आम चुनाव में भी राजग 300 से अधिक सीटें हासिल करेगा, जिससे केंद्र में तीसरी बार मोदी सरकार बनने का रास्ता साफ होगा। नांदेड़ में, उन्होंने समर्थकों से पूछा, ‘आप नरेंद्र मोदी जी और राहुल गांधी में से किसे प्रधानमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं? रैली में शामिल हजारों की भीड़ ने ‘मोदी, मोदी’ के नारे लगाते हुए शाह के आह्वान का समर्थन किया।’