बेंजामिन मैकलेन स्पॉक अमेरिका के सबसे प्रसिद्ध बाल रोग विशेषज्ञ थे। स्पॉक का जन्म 2 मई 1903 में अमेरिका के कनेक्टिकट में हुआ था। वह एक मानवाधिकार कार्यकर्ता भी थे। साठ और सत्तर के दशक में अमेरिका की कुछ नीतियों के विरोध में उन्हें जेल में भी रहना पड़ा। एक बार उन्हें ह्वाइट हाउस में ध्यान करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया। उनकी दूसरी पत्नी मैरी भी इसी आरोप में गिरफ्तार हुईं और उनकी तलाशी सारे कपड़े उतार कर ली गई।
स्पॉक का कद छह फुट चार इंच का था। वह अच्छे खिलाड़ी भी थे। उन्हें रोइंग क्रू यानी बोट रेसिंग का शौक था। उनके मित्रों ने कई बार उन्हें बोट रेसिंग में भाग लेने को प्रेरित किया। अंतत: उन्होंने भी मन बना लिया और अभ्यास करने लगे। सन 1924 में पेरिस में होने वाले ओलंपिक खेलों में भाग लिया और अंतत: स्वर्ण पदक जीत लिया। उन्हें दुनिया भर से स्वर्ण पदक जीतने पर प्रशंसा हासिल हुई। कहा जाता है कि एक बार वे किसी काम से एक दिव्यांग सेवा वाले समर कैंप में जाने का अवसर मिला। उस समर कैंप में उन्होंने दिव्यांगों की जो दुर्दशा देखी, उससे उनका मन विचलित हो गया।
वह उन लाचार बच्चों को देखकर काफी दुखी हुए। वह सोचने लगे कि इन बच्चों के लिए क्या किया जा सकता है। अंतत: उनके मन में आया कि कुछ ऐसा लिखा जाए जिसको पढ़कर लोग अपने बच्चों का पालन-पोषण ठीक से करें। इसके लिए उन्होंने मेडिकल की पढ़ाई शुरू की और अंतत: चाइल्ड स्पेशलिस्ट के रूप में मशहूर हो गए। उन्होंने अपने अनुभव के आधार पर चाइल्ड एंड केयर नाम की किताब लिखी। कहते हैं कि इस किताब की पांच करोड़ से अधिक प्रतियां बिक चुकी हैं। इसका 40 भाषाओं में अनुवाद हो चुका है
-अशोक मिश्र