पैदल चाल की स्टार एथलीट प्रियंका गोस्वामी ऑस्ट्रेलिया में अभ्यास करेंगी। खेल मंत्रालय के मिशन ओलंपिक सेल (एमओसी) ने इसकी मंजूरी दे दी है। वह ऑस्ट्रेलिया में कोच ब्रेंट वालेस की निगारी में प्रैक्टिस करेंगी। प्रियंका पेरिस ओलंपिक (India in Paris Olympics) के लिए क्वालीफाई कर चुकी हैं। वह कैनबरा के पास एक प्रशिक्षण केंद्र में कोचिंग लेगी।
India in Paris Olympics : विदेश में अभ्यास करेंगे पहलवान
प्रियंका गोस्वामी को भारत सरकार वित्तीय सहायता देगी। इसमें हवाई किराया, भोजन-आवास की लागत, खेल विज्ञान सहायता के लिए खर्च, कोचिंग शुल्क सहित अन्य खर्च शामिल होंगे। भारत अगले ओलंपिक (India in Paris Olympics) में बड़ा गोल अचीव करने की तरफ बढ़ रहा है।
एमओसी ने इसके अलावा लक्ष्य ओलंपिक पोडियम कार्यक्रम (टॉप्स) के विकास ग्रुप में शामिल ग्रीको रोमन पहलवान आशु (67 किग्रा), सूरज (55 किग्रा) और रोनित शर्मा (48 किग्रा) के कजाकिस्तान के अल्माटी में अंतरराष्ट्रीय प्रशिक्षण शिविर में अभ्यास करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी। सरकार इन तीनों पहलवान, उनके कोच, फिजियोथैरेपिस्ट और सहयोगी के सभी खर्च उठाएगी।
निशानेबाज और तीरंदाजों को भी मिलेगी सहायता
निशानेबाज भवनेश मेंदीरत्ता के विदेशी कोच डेनियल डि स्पिग्नो के साथ एक सप्ताह के प्रशिक्षण शिविर के लिए वित्तीय सहायता के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई है।
निशानेबाज रमिता को निशानेबाजी की किट खरीदने और तीरंदाज यशदीप भोगे को तीरंदाजी उपकरण खरीदने के लिए वित्तीय सहायता दी जाएगी।
मनिका बत्रा और श्रीकांत भी शामिल
इसके अलावा पैरा एथलीट प्रणव सूरमा के खेल उपकरण खरीदने के लिए वित्तीय सहायता, इटली में डब्ल्यूटीटी फीडर बायला में भाग लेने के लिए टेबल टेनिस खिलाड़ी मनिका बत्रा के लिए वित्तीय सहायता और बैडमिंटन खिलाड़ियों किदांबी श्रीकांत और एचएस प्रणय के लिए विभिन्न प्रतियोगिताओं के दौरान सहयोगी स्टाफ रखने के लिए वित्तीय सहायता को भी मंजूरी दी गई।
बता दें कि पिछले एक दशक से खेलों में अच्छा प्रदर्शन कर रहा है। केंद्रीय खेल मंत्रालय खिलाड़ियों को मदद पहुंचाने की हर संभव कोशिश कर रहा है। यही कारण है कि एशियाई खेलों और कॉमनवेल्थ गेम्स में भारतीय एथलीटों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है।