ईमानदारी और विद्वता एक ऐसे गुण हैं जिसको पूरी दुनिया पसंद करती है। कई बार विद्वता पर ईमानदारी और विश्वास जैसे गुण भारी पड़ते हैं। विद्वान लोग मानते हैं कि जो व्यक्ति ईमानदारी और विश्वास जैसे गुणों से परिपूर्ण है, वह दुनिया का सबसे अमीर आदमी है। सऊदी अरब में बुखारी नाम का एक विद्वान रहता था। काफी दूर दूर से लोग उससे चर्चा करने के लिए आते रहते थे। वह अपने सवालों के जवाब भी उनसे हासिल करते थे।
एक बार उनके मन में आया कि देशाटन किया जाए। उन दिनों समुद्री यात्राओं का चलन था। उन्होंने अपनी यात्रा के लिए एक हजार दीनार अपने पास रख लिए ताकि मार्ग में खर्च के काम आए। जहाज पर लोग उन्हें पहचान गए तो यहां भी लोग उनसे चर्चा करने आने लगे। जहाज के कर्मचारी और अधिकारी उन्हें पहले से ही पहचानते थे। एक आदमी के साथ बुखारी की मित्रता कुछ ज्यादा हो गई। एक दिन उसने उनके पास एक हजार दीनार वाली पोटली देखी, तो उसके मन में लालच आ गया। कुछ दिन बाद वह जोर-जोर से चिल्लाने लगा कि मेरी एक हजार दीनार वाली पोटली किसी ने चुरा ली है।
जहाज के कर्मचारियों ने उस आदमी के कहने पर सबकी तलाशी ली। किसी के पास कुछ नहीं मिला। तलाशी के लिए बस बुखारी बचे, तो कर्मचारियों ने कहा कि आप तो चोरी कर ही नहीं सकते हैं। इस पर बुखारी ने कहा कि उनकी भी तलाशी होनी चाहिए। तलाशी में कुछ नहीं मिला। दो दिन बाद उस आदमी ने कहा कि थैली क्या हुई? तो बुखारी ने कहा कि उसे मैंने तो समुद्र में फेंक दी थी। दीनार तो मैं कहीं भी कमा सकता हूं, लेकिन विश्वास कमाने में बहुत मुश्किल होती है। लोग मेरी बात पर विश्वास तो कर लेते लेकिन तुम्हारा शक बना रहता। यही मैं नहीं चाहता था।
-अशोक मिश्र