पूरी दुनिया नए साल (New Year 2024) के जश्न में डूब चुकी है। भारत में भी नव वर्ष का आगाज हो चुका है। हालांकि, नए साल का आगाज सबसे पहले न्यूजीलैंड में हुआ। ऑकलैंड में नए साल के स्वागत में वहां के लोग जश्न मना रहे हैं, क्योंकि न्यूजीलैंड में सबसे पहले न्यू ईयर आरंभ हो चुका है। ऑकलैंड के निवासियों ने न्यूजीलैंड की सबसे ऊंची संरचना स्काई टॉवर पर आतिशबाजी के साथ नए साल का स्वागत किया।
भारतीय समय के अनुसार, 31 दिसंबर की शाम साढ़े चार बजे न्यूजीलैंड में नया साल (New Year 2024) मनाया गया। इसके दो घंटे बाद ऑस्ट्रेलिया में नए साल का जश्न शुरू हुआ। ऑकलैंड में मौसम विभाग की ओर से भारी बारिश के अलर्ट के बावजूद बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हुए और दस सेकंड के काउंट डाउन के साथ स्काई टावर पर अतिशबाजी हुई।
नए साल (New Year 2024) के साथ ही ऑकलैंड के स्काई टावर पर अतिशबाजी देखी गई। इसी तरह सिडनी के हार्बर ब्रिज और ओपेरा हाउस के पास ऐसा ही आकर्षक नजारा देखने को मिला। एसोसिएट प्रेस के मुताबिक, हार्बर ब्रिज और ओपेरा हाउस के पास करीब 12 मिनट तक अतिशबाजी चली। इस दौरान 8.5 टन पटाखे जलाए गए। यहां दस लाख से ज्यादा लोग इकट्ठा हुए। इस कार्यक्रम को देखने के लिए कई घंटों पहले से ही भीड़ इकट्ठा होना शुरू हो गई थी, ताकि उन्हें सुविधाजनक जगह मिल सके।
दूसरी तरफ, जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में त्रिकुटा पहाड़ियों की चोटी पर स्थित वैष्णो माता मंदिर में रविवार को दर्शन के लिए होने वाली यात्रा को फिलहाल रोक दिया गया है। नए साल (New Year 2024) की पूर्व संध्या पर माता के दर्शन के लिए कटरा में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुटी है, जिसकी वजह से श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड (एसएमवीडीएसबी) को यात्रा को थोड़े समय के लिए रोकने का फैसला करना पड़ा।
यह खबर ऐसे समय में आई है जब साल 2023 में यात्रियों की संख्या ने पिछले 10 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। इस साल अभी तक 97 लाख के करीब लोगों मां वैष्णो देवी के दर्शन किए हैं। इससे पहले 2012 में एक करोड़ श्रद्धालुओं ने माता वैष्णो देवी के दर्शन किए थे। इस साल भी पहली जनवरी तक यह आंकड़ा 1 करोड़ तक पहुंचने की संभावना है।