प्रधानमंत्री नरेंद्र (PM Delhi:)मोदी ने शुक्रवार को आम आदमी पार्टी (आप) पर निशाना साधते हुए इसे दिल्ली के लिए “आपदा” करार दिया। उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों में आप के “कट्टर बेईमान” नेताओं ने राष्ट्रीय राजधानी को विकास के बजाय समस्याओं में धकेल दिया है। प्रधानमंत्री ने आवास, शिक्षा और अन्य बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास के दौरान कहा कि अगर दिल्ली में आप सरकार का शासन जारी रहा, तो हालात और भी बदतर हो जाएंगे।
आप सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप
प्रधानमंत्री (PM Delhi:)मोदी ने आप सरकार पर स्कूली शिक्षा, प्रदूषण नियंत्रण, और शराब कारोबार में भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा, “दिल्ली की सरकार वादों के नाम पर सत्ता में आई, लेकिन विकास के बजाय यह सरकार भ्रष्टाचार की मिसाल बन गई है।” मोदी ने आरोप लगाया कि आप नेताओं ने जनता के विश्वास को तोड़ा और विकास के नाम पर केवल अपने स्वार्थ को साधा।
‘आप-दा’ के खिलाफ दिल्ली की जंग
प्रधानमंत्री ने कहा कि दिल्ली के लोग अब इस “आप-दा” से मुक्त होने का संकल्प ले चुके हैं। उन्होंने भरोसा जताया कि आगामी विधानसभा चुनावों में दिल्लीवासी बदलाव लाएंगे। मोदी ने कहा, “यह वर्ष नई राजनीति, राष्ट्र निर्माण और जनता के कल्याण का वर्ष होगा। दिल्लीवासी इस आप-दा को हटाकर भाजपा को मौका देंगे।”
आवास और शिक्षा पर जोर
प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने अपने लिए कभी घर नहीं बनाया और उनका सपना केवल देशवासियों को पक्का घर उपलब्ध कराना है। उन्होंने कहा, “बीते 10 वर्षों में 4 करोड़ से अधिक लोगों को घर उपलब्ध कराए गए हैं। मैं शीश महल बना सकता था, लेकिन मेरा सपना गरीबों को घर देना है।”
दिल्ली सरकार की नाकामी पर सवाल
प्रधानमंत्री(PM Delhi:) ने आरोप लगाया कि दिल्ली सरकार समग्र शिक्षा अभियान के तहत भारत सरकार द्वारा दिए गए फंड का आधा हिस्सा भी खर्च नहीं कर पाई। उन्होंने कहा, “दिल्ली में ऐसी सरकार है जिसे बच्चों के भविष्य की चिंता नहीं है। शिक्षा के लिए दिए गए पैसे का उपयोग करने में भी यह सरकार नाकाम रही है।”
दिल्ली को ‘आप-दा’ से मुक्त करने का आह्वान
मोदी ने आप नेताओं पर खुलेआम भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा, “दिल्ली के नागरिक अब कह रहे हैं कि ‘आप-दा’ को नहीं सहेंगे, बदलाव करेंगे।” उन्होंने जनता से दिल्ली को इस “आप-दा” से मुक्त करने का आह्वान किया। प्रधानमंत्री के भाषण के दौरान “आप-दा को नहीं सहेंगे, बदल के रहेंगे” के नारों की गूंज भी सुनाई दी।