मथुरा जिले के वृन्दावन स्थित ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर प्रबंधन ने जन्माष्टमी(UP Janmashtami: ) के अवसर पर श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे भीड़भाड़ के दौरान छोटे बच्चों, वृद्धों, दिव्यांगों और मरीजों को मंदिर में न लाएं। प्रबंधन ने यह परामर्श जारी करते हुए कहा है कि गर्मी और भीड़ के दौरान उपवास रखने और समुचित दवा न लेने से कई बार स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं, खासकर वृद्ध दर्शनार्थियों और महिलाओं के लिए। श्रद्धालुओं से यह भी आग्रह किया गया है कि वे वृन्दावन आने से पहले भीड़ का आकलन कर लें और यदि भीड़ अधिक हो, तो यात्रा को किसी अन्य अवसर के लिए स्थगित करने पर विचार करें।
UP Janmashtami: दुखद घटनाओं के ध्यान में रखते हुए उठाया कदम
यह कदम पिछले कुछ वर्षों में हुई दुखद घटनाओं को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है। दो वर्ष पूर्व जन्माष्टमी की रात मंदिर में मंगला आरती के समय अत्यधिक भीड़ के कारण दो महिला श्रद्धालुओं की दम घुटने से मृत्यु हो गई थी। हाल ही में भी, एक बुजुर्ग श्रद्धालु की भीड़ के कारण दम घुटने से मृत्यु हो गई थी। इन घटनाओं से सीख लेते हुए, मंदिर प्रबंधन ने विशेष रूप से भीड़ के दौरान बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर व्यक्तियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देने का आग्रह किया है।
मंदिर के प्रबंधक मुनीश शर्मा और उमेश सारस्वत ने बताया कि मंदिर में प्रवेश और निकासी के द्वार अलग-अलग हैं। उन्होंने श्रद्धालुओं से अपील की कि वे जूते-चप्पल पहनकर मंदिर में न आएं, क्योंकि एक बार मंदिर से निकलने के बाद जूते-चप्पल वापस पाने के लिए मंदिर में दुबारा पहुंचना संभव नहीं हो पाएगा।
दो बार मनाया जाएगा जन्माष्टमी पर्व
इस वर्ष मथुरा के श्रीकृष्ण जन्मस्थान सहित सभी प्रमुख मंदिरों में जन्माष्टमी का पर्व 26 अगस्त की मध्यरात्रि को मनाया जाएगा, जबकि वृन्दावन के ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में यह पर्व 27 अगस्त की रात मनाया जाएगा। इस प्रकार, श्रद्धालु वृन्दावन में दो दिनों तक जन्माष्टमी का आनंद ले सकेंगे। प्रबंधन ने सभी श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे अपने स्वास्थ्य और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ही मंदिर में दर्शन के लिए आएं।