राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू(Droupadi Murmu: ) ने बुधवार को महाराष्ट्र के लातूर जिले के उदगीर में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि महिलाओं का आर्थिक सशक्तीकरण देश की प्रगति और विकास के लिए महत्वपूर्ण है। उन्होंने जोर देकर कहा कि पुरुषों को महिलाओं की क्षमताओं को पहचानकर उनके सपनों को पूरा करने में मदद करनी चाहिए।
Droupadi Murmu: कहा, भारतीय संस्कृति में महिलाओं का सम्मान एक महत्वपूर्ण हिस्सा
मुर्मू ने कहा कि भारतीय संस्कृति में महिलाओं का सम्मान एक महत्वपूर्ण हिस्सा रहा है और यह हमारे परिवारों की मूल्य प्रणाली में भी परिलक्षित होना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार के प्रयासों से देश के कार्यबल में महिलाओं की भागीदारी में वृद्धि हो रही है, लेकिन इसे और बढ़ाने की आवश्यकता है। राष्ट्रपति ने कहा कि सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के तहत महिलाओं को विभिन्न क्षेत्रों में सशक्त किया जा रहा है। उन्होंने ‘मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहिन योजना’ की सराहना करते हुए कहा कि इस योजना के माध्यम से महिलाओं को आर्थिक मदद दी जा रही है, जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकें और देश के विकास में अपना योगदान दे सकें।
मुर्मू ने महिलाओं से अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखने का आग्रह किया
उन्होंने बताया कि देश में लगभग एक करोड़ महिलाएं ‘लखपति दीदी’ बन चुकी हैं, जिनमें से 13 लाख महिलाएं महाराष्ट्र से हैं। केंद्र सरकार ने इस संख्या को बढ़ाकर तीन करोड़ करने का लक्ष्य रखा है। मुर्मू ने महिलाओं से अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखने का आग्रह करते हुए कहा कि अगर महिलाएं समृद्ध और स्वस्थ रहेंगी, तभी देश प्रगति कर सकेगा। कार्यक्रम में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने ‘लाडकी बहिन योजना’ के तहत दी जा रही वित्तीय सहायता की राशि को 1,500 रुपये से बढ़ाकर 3,000 रुपये करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत अब तक 1.60 करोड़ महिलाओं को सहायता मिली है। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और राज्यपाल सी पी राधाकृष्णन भी उपस्थित थे। फडणवीस ने कहा कि महिलाओं के सशक्तिकरण के बिना देश को 2047 तक महाशक्ति बनाना संभव नहीं होगा।