देश रोज़ना: श्रीलंका इन दिनों आर्थिक रूप से काफी तंग चल रहा है। इसिलए भारत के साथ रूपये का लेन देन शुरु हो सकता है। श्रीलंका के विदेश मंत्री ने इस बात की जानकारी दी है। उन्होंने कहा है कि डॉलर और यूरो के बाद हम रुपये का भी लेनदेन के लिए करेंसी बना रहे है। साबरी ने यह बयान भारत दौरे के समय कहा था
भारत से श्रीलंका आने वाले भर्तियों को इससे काफी फायदा होने वाला है। और साथ ही करेंसी बदलने की समस्या से भी छुटकारा मिल जाएगा। श्रीलंका 2022 से ही आर्थिक मुसीबत से जूझ रहा है। और काफी कोशिश भी आर्थिक तंगी से बचने के लिए की जा रही है। रुपए का इस्तेमाल लोकल करेंसी के तौर पर करना उन्हीं कोशिशों का हिस्सा है। दरअसल, श्रीलंका अपना ज्यादातर सामान भारत से आयात करता है।
दवाएं, खाना, कंस्ट्रक्शन मटेरियल, ऑटोमाबाइल, फर्टिलाइजर्स और केमिकल्स शामिल हैं। दोनों देशों के बीच 2021 में 44 हजार करोड़ रुपए का व्यापार हुआ था। साबरी ने कहा कि श्रीलंका को भारतीय रुपए की जरूरत है। ऐसे में लोग यहां आकर अगर भारतीय रुपए खर्च करेंगे तो इससे हमें फायदा होगा।
भारत और श्रीलंका दोनों देशों के बीच भारतीय UPI के जरिए पेमेंट एक्सेप्ट करने की डील हो चुकी है। श्रीलंका के राष्ट्रपति विक्रमसिंघे के भारत दौरे पर पीएम मोदी ने इसकी घोषणा की थी।
मोदी ने ये भी कहा था- पिछला एक साल श्रीलंका के लिए चुनौतियों से भरा रहा। हम कठिन समय में वहां के लोगों के साथ खड़े रहेंगे। राष्ट्रपति विक्रमसिंघे ने भारतीय बिजनेसमैन गौतम अडाणी से भी मुलाकात की थी। न्यूज एजेंसी एपी के मुताबिक चीन के बुने कर्ज के जाल से निकलने के लिए श्रीलंका फिर से भारत से करीबियां बढ़ाने की कोशिश कर रहा है। हिंद महासागर में दबदबे के लिए चीन ने श्रीलंका का इस्तेमाल किया और मुसीबत के वक्त छोड़ दिया।