हरियाणा को देश में खिलाड़ियों की खान इसलिए कहा जाता है क्योंकि यहां की सरकार खिलाड़ियों को हर तरह की सुविधाएं और वेतन भत्ते आदि प्रदान करती है। खेल के लिए आवश्यक ढांचा और अन्य सुविधाएं मुहैया कराने में मनोहर लाल सरकार कोई कसर नहीं छोड़ती है। यही वजह है कि चाहे राष्ट्रीय खेल हो या अंतर्राष्ट्रीय, प्रदेश के खिलाड़ी पदकों की ढेरी लगा देते हैं। इसका श्रेय राज्य सरकार को जाता है। प्रदेश के बहुत सारे खिलाड़ियों ने ओलंपिक, एशियाड और अन्य खेलों में देश और प्रदेश का नाम रोशन किया है।
इन खिलाड़ियों के जिम्मे अब प्रदेश सरकार नया काम सौंपने की तैयारी में है। मनोहर सरकार ने प्रदेश में साढ़े तीन सौ खेल नर्सरी खोलने की योजना बनाई है। इन नर्सरियों में प्रशिक्षक के तौर पर खिलाड़ियों को रखा जाएगा, ताकि प्राइमरी तक के बच्चे अपनी रुचि और प्रतिभा के अनुसार इन खिलाड़ियों से दांव पेच सीख सकें। छोटे-छोटे बच्चे जब शुरुआत से ही एक योग्य प्रशिक्षक से खेल के दांवपेच और बारीकियां सीखेंगे, तो आगे चलकर वे देश और प्रदेश का नाम रोशन करने वाले खिलाड़ी बन सकेंगे।
सीएम मनोहर लाल ने खेल विभाग के अधिकारियों को प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में वहां के स्थानीय खेलों के हिसाब से खेल नर्सरियां खोलने का प्रस्ताव तैयार करने का आदेश दिया है। इसके पीछे सरकार की सोच है कि ढांचागत खेल सुविधाओं के अभाव में कोई भी खिलाड़ी आगे बढ़ने से वंचित नहीं रहना चाहिए। प्रदेश सरकार ने नई खेल नर्सरियां खोलने के साथ-साथ पुरानी खेल नर्सरियों की गतिविधियों की समीक्षा करने का फैसला किया है। यदि सरकार साढ़े तीन सौ खेल नर्सरियों को खोलने में सफल हो जाती है, तो लगभग हर जिले में बारह-पंद्रह नर्सरियां खुल जाएंगी।
इतनी नर्सरियों में एक भारी संख्या में बच्चे खेल का प्रशिक्षण ले सकेंगे। गांव-गांव में प्रचलित खेलों के हिसाब से खेल ढांचा तैयार किया जा सकेगा और उन गांवों के बच्चों को कम उम्र से ही एक बेहतर खिलाड़ी बनाने की दिशा में सार्थक पहल हो सकेगी। इन खेल नर्सरियों को पदक विजेता खिलाड़ियों को सौंपने के पीछे मंशा यह है कि इससे पदक विजेताओं को इस बात पर गर्व अनुभव होगा कि उन्हें यह महत्वपूर्ण दायित्व सौंपा गया।
वे अपने आप को गुरु के रूप में पाकर खुश भी होंगे। इतना ही नहीं, सरकार युवाओं को भी प्रशिक्षित करने के लिए स्पेशलाइज्ड हाई पॉवर परफॉर्मेंस सेंटर खोलने पर विचार कर रही है ताकि युवाओं को भी उनकी रचि और इच्छा के अनुसार विभिन्न प्रकार के खेलों के लिए तैयार किया जा सके। सरकार सेंटर की रूपरेखा बनाने के लिए अधिकारियों को निर्देश दे चुकी है। सरकार का खेलों को लेकर किया जा रहा प्रयास बहुत सराहनीय है। यह खेलों को आगे बढ़ाने में बहुत सहायक होगा।
-संजय मग्गू