Saturday, February 8, 2025
12.1 C
Faridabad
इपेपर

रेडियो

No menu items!
HomeEDITORIAL News in Hindiदिल्ली में भाजपा की सरकार कोई खुराना, वर्मा या स्वराज ही बना...

दिल्ली में भाजपा की सरकार कोई खुराना, वर्मा या स्वराज ही बना सकता है

Google News
Google News

- Advertisement -

संजय मग्गू
भाजपा को दिल्ली की सत्ता से बेदखल हुए लगभग सत्ताइस साल हो चुके हैं। सत्ताइस साल कम नहीं होते हैं। सन 1993 में भाजपा को दिल्ली की सत्ता पर काबिज होने में सफलता मिली थी और तब पांच साल में भाजपा को तीन मुख्यमंत्री  बदलने पड़े थे। पहले मदनलाल खुराना, उसके बाद साहिब सिंह वर्मा और अंत में सुषमा स्वराज दिल्ली की मुख्यमंत्री रहीं। इसके बाद जनता ने कांग्रेस पर भरोसा किया और शीला दीक्षित ने तीन कार्यकाल तक शासन  संभाला। सन 2013 में दिल्ली विधानसभा चुनाव में 31 सीटें जीतने के बाद भी भाजपा सत्ता से बेदखल रही। इसके बाद तो दिल्ली में भाजपा की िस्थिति बद से बदतर होती चली गई। वर्ष 2015 में हुए विधानसभा चुनाव में सिर्फ तीन और वर्ष 2020 में सिर्फ आठ सीटों पर ही भाजपा काबिज हो पाई। पिछले तीनों लोकसभा चुनावों में दिल्ली की सभी सीटें जीतने के बाद भी आखिर भाजपा की दाल विधानसभा चुनावों में क्यों नहीं गलती है? इसके बारे में भाजपा को विचार करना चाहिए। दिल्ली में अभी चुनाव की तिथियां घोषित नहीं हुई हैं, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से लेकर छोटे-बड़े नेताओं ने चुनावी रैलियां आयोजित करनी शुरू कर दी हैं। दिल्ली में सफलता न मिलने का कारण यह है कि भाजपा के पास दूसरा कोई मदन लाल खुराना या साहिब सिंह वर्मा नहीं है। सुषमा स्वराज की तरह मीठा बोलकर मतदाताओं को लुभाने वाली नेत्री भी भाजपा के पास नहीं है।  इन दिनों तो दिल्ली भाजपा में कोई नेता खुराना, वर्मा या स्वराज बनना भी नहीं चाहता है और बनने की हैसियत भी नहीं है। अगर हैं तो पूर्व सांसद और कालकाजी रमेश बिधूड़ी हैं जो विपक्ष की महिला नेत्रियों पर पिछले कुछ दिनों से लगातार विवादास्पद बयान दे रहे हैं। कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा के संबंध में दिए गए बयान को लेकर जब राजनीतिक हलके में तूफान उठ खड़ा हुआ, तो यह कहा जाने लगा कि राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने हेमामालिनी के सम्मान के खिलाफ बात कही थी, पहले उनसे माफी मंगवाएं। कोई भी यह नहीं कह सकता है कि तब लालू प्रसाद यादव ने हेमा मालिनी के गालों की जो तुलना की थी, वह उचित थी। उन दिनों लालू प्रसाद यादव के इस बयान को लेकर खूब ‘थू-थू मैं मैं’ हुई थी। किसी ने लालू के बयान की प्रशंसा की हो, ऐसा मुझे याद नहीं आता है। उन्होंने जो गलती की थी, लालू के अपनी गलती के लिए माफी न मांगनेसे भाजपा नेता बिधूड़ी को वही गलती दोहराने की इजाजत मिल गई, ऐसा भी तो नहीं है। पिछले कुछ दिनों से पीएम मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री शाह द्वारा की गई मेहनत पर बिधूड़ी ने पानी फेर दिया है, ऐसा लगने लगा है। अगर बिधूड़ी समझते हैं कि महिलाओं पर छींटाकशी करके वे दिल्ली में सरकार बना लेंगे, तो शायद यह उनकी भूल है। भाजपा की दिल्ली में सरकार तो कोई खुराना, वर्मा या स्वराज ही बना सकता है।

- Advertisement -
RELATED ARTICLES
Desh Rojana News

Most Popular

Must Read

सनातन आस्था की पुकार सुन पाकिस्तान से महाकुम्भ में शामिल होने आये हिंदू परिवार

*पाकिस्तान के सिंध प्रांत से 68 हिंदुओं का जत्था पहुंचा महाकुम्भ प्रयागराज* *महाकुम्भ की दिव्य-भव्य व्यवस्था को देखकर अभिभूत हुए पाकिस्तान से...

प्रोपर्टी डीलर के ऑफिस पर हमला करने के मामले में अपराध शाखा AVTS की टीम ने 3 आरोपियो को किया गिरफ्तार

फरीदाबाद- बता दें कि थाना पल्ला में रिंकू सिंह वासी सेक्टर-37 फरीदाबाद ने एक शिकायत दी। जिसमें बताया कि वह प्रोपर्टी डीलर का काम...

टेलिग्राम टास्क में 14 लाख रुपए का साइबर फ्रॉड करने के मामले में 1 आरोपी को साइबर थाना सैंट्रल की टीम ने जोधपुर से...

फरीदाबाद- आजकल तकनीकी के दौर में टेक्नोलॉजी का सदुपयोग के साथ-साथ दुरुपयोग भी किया जा रहा है। जिसमें साइबर ठग तकनीकी का गलत उपयोग...

Recent Comments