डॉ. जार्ज वाशिंगटन कार्वर अमेरिका के महान कृषि वैज्ञानिक थे। उन्होंने एक गुलाम परिवार में जन्म लिया था। उनके मालिक का नाम था मूसा कार्वर। जार्ज की मां को मूसा ने तब खरीदा था जब वे केवल तेरह साल की थीं। मूसा एक बड़े जमींदार थे और वे गुलामी प्रथा के खिलाफ थे। लेकिन उन्हें अपने खेतों में काम करने के लिए मजदूरों की जरूरत थी। इसलिए उन्होंने तमाम सुख-सुविधाएं देकर भी अपने गुलामों को मुक्त नहीं किया। वे जार्ज को अपने बेटे की तरह पाला था। कहा जाता है कि मूसा कार्वर को अपने माता-पिता के बारे में बहुत ज्यादा जानकारी नहीं थी।
उनकी मृत्यु एक दुर्घटना में हो गई थी। कहते हैं कि एक बार मूसा के फार्म हाउस पर हमला करके कुछ लुटेरों ने जार्ज सहित उसके मां-बाप का अपहरण कर लिया और उन्हें अलग-अलग जगहों पर बेच दिया। बाद में मूसा ने किसी तरह पता लगाकर जार्ज को भारी रकम देकर प्राप्त कर लिया। छोटा सा बच्चा जार्ज दिन भर मूसा के बगीचे में लगा रहता था। धीरे-धीरे पूरा बगीचा एक सुंदर बगीचे में बदल गया। एक दिन मूसा की पड़ोसन ने उसका बगीचा देखा, तो चकित होते हुए कहा कि हमारे बगीचे में पेड़-पौधे तो सूख जाते हैं।
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इस पर मूसा ने जार्ज से कहा कि बेटे, आंटी के घर जाकर इनका बगीचा सही कर दो। इतने छोटे बच्चे को माली के रूप में देखकर वह चकित हो गई। थोड़ी देर बाद पड़ोसन के घर पहुंचकर जार्ज अपने काम में लग गया। पड़ोसन ने देखा कि उसने सभी पौधों का स्थान बदल दिया है। कुछ पौधों की जड़ों में नई मिट्टी डाल दी है। थोड़े दिन में बगीचा सुंदर फूलों से लद गया। यही जार्ज वाशिंगटन कार्वर एक दिन बहुत बड़ा कृषि वैज्ञानिक बना जिसने अमेरिका में कृषि क्रांति करके दिखा दी।
-अशोक मिश्र
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