यूनुस अलवी देश रोजाना नूंह। अतिरिक्त उपायुक्त प्रदीप सिंह मलिक ने कहा कि जिले में नागरिकों की समस्याओं को सुनने और उनका त्वरित निदान करने के लिए समाधान शिविर का आयोजन किया जा रहा है। जिला व उपमंडल स्तर पर आयोजित हो रहे शिविर प्रशासन और आमजन के बीच संवाद का एक प्रभावी मंच साबित हो रहे हैं, जहां नागरिकों को अपनी समस्याएं सीधे अधिकारियों के समक्ष रखने का अवसर मिलता है। उन्होंने बताया कि मंगलवार को आयोजित समाधान शिविर में जिला स्तर पर 10 शिकायतें प्राप्त हुई है। समाधान शिविर में गांव के विकास कार्यो व अन्य प्रकार की शिकायत प्राप्त हुई है। जिन पर अतिरिक्त उपायुक्त ने जल्द से जल्द समाधान करने के लिए संंबंधित विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए है। अतिरिक्त उपायुक्त प्रदीप सिंह मलिक ने समाधान शिविर में आए हुए लोगों की शिकायतों को ध्यानपूर्वक सुना। हर समस्या को गंभीरता से लेते हुए मौके पर ही समाधान के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए गए। शिविर के दौरान विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे। एडीसी ने कहा कि समाधान शिविर का मुख्य उद्देश्य प्रशासन को आम जनता के करीब लाना और सरकारी योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू करना है।
इस शिविर के माध्यम से जनता को शिकायतों के समाधान के लिए विभागों के चक्कर नहीं काटने पड़ते, बल्कि प्रशासन स्वयं उनके पास पहुंचकर उनकी समस्याओं का समाधान करता है। एडीसी ने कहा कि समाधान शिविरों का मुख्य उद्देश्य नागरिकों की शिकायतों को प्राथमिकता के आधार पर निपटाना और उनकी जरूरतों को ध्यान में रखते हुए योजनाओं को जमीनी स्तर पर लागू करना है।
शिविर के महत्व पर चर्चा करते हुए अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि समाधान शिविर जनता और प्रशासन के बीच की दूरी को कम करने का अहम प्रयास है। यह न केवल समस्याओं का समाधान करने में मदद करता है, बल्कि पारदर्शिता और भरोसे को भी मजबूत करता है। उन्होंने सभी विभागों को निर्देश दिए कि नागरिकों की समस्याओं का समाधान तय समय सीमा के भीतर सुनिश्चित करें।