हरियाणा लोकसेवा आयोग / एचपीएससी की लिखित परीक्षाएं आयोजित की गई । जिसके तहत जिले में 89 केन्द्रों पर 2 शिफ्टों में एचसीएस की लिखित परीक्षाएं आयोजित हुई । जिसमें एक एजेंसी को जांच और बायो मैट्रिक का ठेका दिया गया था । लेकिन परीक्षार्थियों की जांच करने वाला स्टाफ मौके पर नहीं पहुंचा । जिससे एनएच दो स्थित सरकारी स्कूल में परीक्षा देने परीक्षार्थियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा । इस परड्यूटी मजिस्ट्रेट विजय सिंह ने सवा नौ बजे खुदखडे होकर पुलिस और बायोमैट्रिक स्टाफ से चैकिंग शुरू करवा कर परीक्षार्थियों को समय पर परीक्षा देने की सुविधाएं शुरू करवा दी। लेकिन इस दौरान पुलिस कर्मियों के सवालों से परीक्षार्थी परेशान हो गए। गौरतलब है कि परीक्षार्थियों के लिए परीक्षा केन्द्रों पर दो शिफ्ट निर्धारित की गई थी । जिसमें पहला चरण सुबह दस से 12 बजे और दूसरा चरण दोपहर तीन से शाम पांच बजे तक था। परीक्षार्थियों की परीक्षा केन्द्रों पर एंट्री सुबह के समय साढे आठ बजे की थी।
सवा नौ बजे एंट्री
एनएच दो स्थित गर्ल्स सीनियर सैकेंड्री स्कूल में सुबह साढे आठ बजे एंट्री शुरू होनी थी । जिसें देखे हुए ड्यूटी मजिस्ट्रेट विजय सिंह और कोतवाली थाने की पुलिस मौके पर पहुंच गई । जिसमें पुलिसकर्मी एनएच_-दो चौकी इंचार्ज चेतन, एसआई वीरपाल, एचसी सोमवीर, देशवीर समेत महिला कांस्टेबल पूनम और सिपाही संदीप मुख्य रूप से मौजूद रहे। इस दौरान बायोमैट्रिक हाजरी जांच करने वाला स्टाफ भी समय से पहले पहुंच गया। लेकिन सवा नौ बजे तक परीक्षार्थियों की जांच करने वाला स्टाफ नहीं पहुंचा। समय अधिक होते देख मौके पर मौजूद ड्यूटी मजिस्ट्रेट विजय सिंह ने पुलिस और बायोमैट्रिक स्टाफ से ही परीक्षार्थियों की चैकिंग शुरू करवा दी।
ये आई परेशानी
परीक्षार्थियों को पुलिस के सवालो से परेशान होना पड़ा। एक परीक्षार्थी चार पैन लेकर परीक्षा केन्द्र के भीतर जा रहा था । जिस पर पुलिसकर्मी ने रोका तो ड्यूटी मजिस्ट्रेट ने मौके पर खडे होकर मामले को शांत करवाते हुए परीक्षार्थी को अंदर भिजवा दिया । सामान थैलियों में पैक करवा कर नाम की चिट लगवा दिया । पुलिस ने बैग साईड में रखवा दिए, जहां परीक्षार्थियों ने पुलिस से सवाल किया कि यहां बैग सेफ है तो पुलिसकर्मियों ने उन्हें बताया कि सीसीटीवी लगे हैं आपका सामान कहीं नहीं जाएगा।
ड्यूटी मजिस्ट्रेड का कथन
ड्यूटी मजिस्ट्रेट विजय सिंह ने बताया कि चैकिंग गु्रप एक्सीडेंट के कारण नहीं आसका । ऐसे में टाइम पर परीक्षा शुरू करवानी थी । टाइम को देखते हुए निर्णय लिया गया और समय पर परीक्षा शुरू करवाने के लिए बायो मैट्रिक और पुलिस कर्मियों की मदद से परीक्षार्थियों की चौकिंग करवाई गई । हालांकि कुछ परेशानियां हुई। क्योंकि पुलिस और बायोमैट्रिक स्टाफ के सदस्य ट्रेंड नहीं थे, लेकिन परीक्षा समय शुरू करवा दी।