सर्कल की पांच सब डिविजन को निजी हाथों में सौंपने के फैसले के खिलाफ बिजली कर्मियों ने मंगलवार को सब डिवीजन स्तर पर विरोध गेट मीटिंग की और निगम मेनेजमेंट के इस फैसले के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किए। यह सिलसिला बुधवार को भी जारी रहा। उल्लेखनीय है कि मेनेजमेंट ने फरीदाबाद सर्कल की पांच और गुरूग्राम सर्कल की 6 सब डिवीजन के आपरेशन एंड मेंटीनेंस के काम को निजी हाथों में सौंपने का फैसला लिया है। जिसकी टेंडर प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा से संबंधित ऑल हरियाणा पावर कारपोरेशन वर्कर यूनियन ने इस फैसले को कर्मचारी, निगम व कंज्यूमर के खिलाफ बताते हुए इस का विरोध करने का फैसला किया है। इसी फैसले अनुसार 20-21 जून को सब डिवीजन, 23 जून को डिवीजन और 27 जून को सर्कल स्तर पर प्रदर्शन किये जाएंगे।
गेट मीटिंग को इलेक्ट्रिसिटी एम्पलाइज फेडरेशन ऑफ इंडिया व एएचपीसी वर्कर यूनियन के उपाध्यक्ष सुभाष लांबा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष शब्बीर अहमद गनी, सर्कल सचिव कृष्ण कुमार व राम चरण, यूनिट कमेटी के नेता राम केश, धर्मेंद्र तेवतिया, भूप सिंह, गिरिश राजपूत, करतार सिंह, देवेन्द्र त्यागी, प्रवेश बैंसला, सुरेन्द्र शर्मा आदि ने संबोधित किया। मीटिंग में सर्व सम्मति से पारित किए गए प्रस्ताव में खाली पड़े पदों को जान बूझ कर ना भरने और अब तकनीकी स्टाफ की कमी की दुहाई देकर सर्कल की पांच सब डिवीजन के आपरेशन एंड मेंटीनेंस के प्रमुख काम को गोपनीय तरीके से निजी हाथों में सौंपने के फैसले की घोर निन्दा की गई और फैसले को वापस लेने की मांग की गई।
इलेक्ट्रिसिटी एम्पलाइज फेडरेशन ऑफ इंडिया व एएचपीसी वर्कर को के उपाध्याय सुभाष लांबा ने कहा कि सरकार व निगम मेनेजमेंट खाली पड़े पदों को पक्की भर्ती से भरने की बजाय आपरेशन एंड मेंटीनेंस का काम निजी हाथों में सौंपने जा रही है। गुरुग्राम में कार्यरत एक निजी कंपनी साहयक लाइनमैन को 14500 व सुपरवाइजर को 17500 रुपए वेतन दे रही है। उन्होंने कहा कि स्टाफ की कमी का विकल्प निजी करण कतई नहीं हो सकता।
उन्होंने कहा कि सरकार पहले से तैनात ठेका कर्मियों को नियमित करने की पालिसी बनाने की बजाय अब वर्तमान व्यवस्था से भी खराब वर्क आउटसोर्स करके नौजवान बेरोजगारों को शोषण की भट्टी में झौंक रही है। ऑल हरियाणा पावर कारपोरेशन वर्कर यूनियन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष शब्बीर अहमद गनी ने कहा कि कहा कि निजीकरण होने के बाद उन सब डिवीजन में तैनात तकनीकी स्टाफ की छंटनी होना लाजिमी है और अनट्रेंड कर्मचारी फरीदाबाद जैसे शहर में जहां एक ही पोल / सर्किट पर तीन से चार तरफ से बिजली आ रही हो आपरेशन एंड मेंटीनेंस का काम कर ही नहीं पाएंगे।
जिससे उपभोक्ताओं को भी भारी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा और अनट्रेंड कर्मचारियों दुर्घटनाग्रस्त होंगे। सर्कल सचिव कृष्ण कुमार ने कहा कि 2016 में भी मेनेजमेंट ने फरीदाबाद सर्कल की पांच सब डिवीजन को निजी हाथों में सौंपने का फैसला लिया था लेकिन कर्मचारियों की तीन दिवसीय हड़ताल के बाद मेनेजमेंट ने अपना फैसला वापस लेने पर मजबूर होना पड़ा था और अब भी वापस लेना पड़ेगा।